बिहार में डेंगू का खतरा बढ़ रहा, पटना के बाद इस जिले में भी मिल रहे सबसे अधिक संक्रमित मरीज…
बिहार में डेंगू के मामले अब बढ़ने लगे हैं. पटना में डेंगू के मरीज सबसे अधिक मिल रहे हैं. जानिए और किन जिलों में मरीज मिले हैं.
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बिहार में डेंगू का संकट तेजी से बढ़ रहा है. रविवार को आई रिपोर्ट में डेंगू के नये 34 मरीज प्रदेश भर में पाये गये हैं. इसके साथ ही आठ महीने में डेंगू के मरीजों की संख्या 762 हो गई है. इसमें दो मरीजों की मृत्यु हो चुकी है. डेंगू से मरने वालों में एक जहानाबाद और एक पटना का मरीज शामिल है. रविवार की रिपोर्ट के मुताबिक कुल 34 नये मरीजों में पटना जिला में सबसे अधिक 16 मरीज पाये गये हैं.
पटना के बाद कहां मिले अधिक मरीज?
पटना में डेंगू के मरीज सबसे अधिक मिले. इसके बाद समस्तीपुर जिला में छह मरीज पाये गये हैं. वैशाली और नालंदा में दो-दो, अरवल, पूर्वी चंपारण, गया, गोपालगंज, मुंगेर, नवादा, सीवान और सुपौल जिले में एक-एक मरीज पाये गये हैं. यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग की तरफ से दी गई है.
पटना के किन इलाकों में पसरा डेंगू?
पटना जिले में डेंगू अब तेजी से अपना पांव पसार रहा है. आलम यह है कि जिले से लेकर ग्रामीण इलाकों तक अब डेंगू के मरीज मिलने लगे हैं. बीते 24 घंटे के अंदर जिले में 16 नये मरीज मिले हैं. इनमें सबसे अधिक कंकड़बाग, बांकीपुर, नूतन राजधानी, पाटलिपुत्र, अजीमाबाद, खुशरूपुर, पटना सदर, संपतचक समेत अलग-अलग क्षेत्रों से कुल 16 मरीज मिले हैं. इसके साथ ही 1 जुलाई से लेकर अब तक डेंगू मरीजों का आंकड़ा 296 के पार पहुंच गया है. हालांकि अधिकारियों का कहना है कि सभी मरीज खतरे से बाहर हैं, घर पर ही इलाज करा रहे हैं.
पटना में डेंगू मरीज बढ़ने पर सभी जिलों में अलर्ट
राजधानी पटना में डेंगू के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं. खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों में अलर्ट जारी किया है. तैयारी करने के लिए गाइडलाइन जारी की गई है. वहीं मुजफ्फरपुर सदर अस्पताल समेत पीएचसी में दो-दो बेड डेंगू मरीजों के लिए रिजर्व करने की कवायद शुरू कर दी गई है.सभी बेड पर मच्छरदानी समेत अन्य सभी बचाव कार्य शुरू करने को कहा गया है. जहां जरूरत हो वहां फॉगिंग भी कराने को कहा गया हैं.
जिला मलेरिया पदाधिकारी को गाइडलाइन जारी
अपर निदेशक डॉ. अशोक कुमार ने जिला मलेरिया पदाधिकारी को गाइडलाइन के साथ आवश्यक निर्देश दिया है. पिछले वर्ष डेंगू के भयावह स्थिति को देखते हुए इस वर्ष बचाव के लिए जनप्रतिनिधियों की भागीदारी सुनिश्चित करने को कहा गया है. हर पंचायत और कस्बों में जागरूकता फैलाने को कहा गया हैं. नगरपालिका, नगर पंचायत और मुखिया से संपर्क कर उनका सहयोग लेने की भी बात कही गई है. उनके सहयोग से लारविसाइडल नामक दवा का छिड़काव करना है, ताकि लोग छिड़काव कराने से रिफ्यूज नहीं कर सके. नोडल अधिकारी को भी जहां डेंगू मरीज मिले हैं, वहां जाकर स्थल चयन कर छिड़काव कराने को कहा गया है. यहां बता दें कि जिले में अभी तक 30 मरीज डेंगू के मिले हैं. इसमें सबसे अधिक मरीज मुशहरी में मिले हैं.