Bihar Weather: इस दिन तक बिहार में पड़ेगी कड़ाके की ठंड, IMD ने शेयर किया कितना गिरेगा पारा
पटना : बिहार के मुख्यमंत्री सह जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने मशहूर शायर पद्मश्री आनंद मोहन जुत्शी ‘गुलज़ार देहलवी’ के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने शोक संदेश में कहा कि उर्दू जुबान और शायरी को नयी ऊंचाइयां देने में गुलजार देहलवी का महत्वपूर्ण योगदान था. उर्दू शायरी और साहित्य में योगदान के लिए उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया. साल 2009 में उन्हें ‘मीर तकी मीर पुरस्कार’ से भी सम्मानित किया गया था. 25 मार्च, 2017 को पटना में आयोजित ‘जश्न-ए-उर्दू’ कार्यक्रम के दौरान उनसे मुलाकात हुई थी.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि गुलजार देहलवी मृदुलभाषी व्यक्ति थे. उनके निधन से सांस्कृतिक जगत को अपूरणीय क्षति हुई है. नीतीश कुमार ने दिवंगत आत्मा की चिर शांति तथा उनके परिजनों, अनुयायियों एवं प्रशंसकों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है.
गंगा-जमनी तहजीब के अलम्बरदार थे गुलजार देहलवी : राबड़ी देवी
उर्दू साहित्य और अदब के मूर्धन्य साहित्यकार पंडित आनंद मोहन जुत्सी गुलजार देहलवी के निधन पर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की. दोनों नेताओं ने कहा कि वे गंगा-जमनी तहजीब के अलम्बरदार, उर्दू अदब और साहित्य के जाने माने हस्ताक्षर के साथ एक बेहतरीन इंसान थे. उर्दू अदब की सेवा के लिये पदमश्री, मीर तकी मीर पुरस्कार के साथ कई पुरस्कारों से अलंकृत थे. वे सदा याद किये जायेंगे.