पिता की हुई हत्या तो राजनीति में उतरे इंजीनियर सर्वजीत, नीतीश मंत्रिमंडल में मिला पर्यटन विभाग का जिम्मा
सर्वजीत कुमार नीतीश कुमार की सरकार में महत्वपूर्ण विभागों में शामिल पर्यटन का जिम्मा संभालेंगे. वो बोधगया सीट से राजद के टिकट पर विधायक बनें हैं. सर्वजीत 2015 से इस सीट पर प्रतिनीधित्व कर रहे हैं. बता दें कि उनके पिता की हत्या वर्ष 2005 में हुई थी. इसके बाद सर्वजीत एक्टिव राजनीति में आए.
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नीतीश कुमार के महागठबंधन सरकार का पहला मंत्रिमंडल विस्तार मंगलवार को हुआ. इस मंत्रिमंडल में कई अनुभवी लोगों को तो कई नए चेहरे को मंत्री पद दिया गया है. इस मंत्रिमंडल में राजद के कोटे से तेजस्वी यादव को लेते हुए 17 मंत्री बने हैं. इसमें से 16 मंत्रियों को राज्यपाल फागु चौहान ने शपथ दिलायी. इस मंत्रिमंडल में बोधगया से विधायक सर्वजीत कुमार को भी जगह मिली है. सर्वजीत पर्यटन विभाग की जिम्मेदारी संभालेंगे. वो वर्ष 2015 से बोधगया सीट पर प्रतिनीधित्व कर रहे हैं.
पहली बार एलजेपी की टिकट से लड़े थे चुनाव
सर्वजीत कुमार गया के पूर्व सांसद स्व राजेश कुमार के बेटे हैं. राजेश कुमार वर्ष 1992 से 1996 तक गया के सांसद रहे थे. इसके पहले वो तीन बार बोधगया के विधायक भी रह चुके थे. उनकी हत्या 22 जनवरी 2005 को हुई. हत्या के बाद सर्वजीत कुमार ने राजनीति में कदम रखा. वो पहली बार अपने पिता की सीट एलजेपी के टिकट पर 2009 के उप चुनाव में जीतकर आए. वो 17 महीनों तक विधायक रहे. सर्वजीत इसके बाद वर्ष 2015 में फिर से राजद के टिकट से विधायक चूने गए. इसके बाद से अब तक वो इस सीट पर बने हुए हैं.
सर्वजीत ने की है इंजीनियरिंग की पढ़ाई
सर्वजीत कुमार का जन्म 23 अप्रैल 1975 को अतरी विधानसभा के चहल गांव में हुआ था. उन्होंने पटना के एसटीएजी हाई स्कूल से मैट्रिक की परीक्षा पास की है. इसके बाद गया कॉलेज से इंटर की परीक्षा पास करके उन्होंने इंजीनियरिंग की. सर्वजीत कुमार ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई रांची के बीआईटी मेसरा से प्रोडक्शन इंजीनियरिंग में की है. पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने एसआईटी रांची में प्रोफेसर की नौकरी भी की है.