नयी दिल्ली : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार को बिहार रेलवे स्टेशन ब्लास्ट मामले में लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकियों को गिरफ्तार किया है. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने आज 17 जून, 2021 को दरभंगा रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर एक पार्सल में विस्फोट मामले में लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादियों को गिरफ्तार किया.

जानकारी के मुताबिक, एनआईए ने हैदराबाद के नामपल्ली निवासी इमरान मलिक उर्फ इमरान खान और मोहम्मद नासिर खान उर्फ नासिर मलिक को गिरफ्तार किया है. हालांकि, दोनों आरोपित उत्तर प्रदेश के शामली जिले के रहनेवाले हैं. एनआईए ने कहा है कि आरोपितों से विस्तृत पूछताछ और बड़े षड्यंत्र का खुलासा करने के लिए जांच जारी है.

एनआईए के मुताबिक, 17 जून, 2021 को बिहार के दरभंगा रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या एक पर एक पार्सल में विस्फोट हुआ था. पार्सल को सिकंदराबाद में बुक किया गया था. यह ट्रेन नंबर 07007, सिकंदराबाद-दरभंगा एक्सप्रेस से आया था. एनआईए ने मामले को 24 जून, 2021 को पंजीकृत करते हुए जांच शुरू की थी.

एनआईए की जांच टीम ने घटनास्थल का दौरा कर मौके से मिले इनपुट के जरिये आरोपितों को हैदराबाद से गिरफ्तार किया है. प्रारंभिक जांच और आरोपितों से पूछताछ में पता चला है कि दोनों प्रतिबंधित संगठन लश्कर-ए-तैयबा के शीर्ष गुर्गों द्वारा पूरे भारत में आतंकी घटनाओं को अंजाम देने की साजिश रचते थे.

लश्कर-ए-तैयबा के पाकिस्तान में रहनेवाले शीर्ष नेताओं के निर्देशों पर कार्रवाई करते हुए मोहम्मद नासिर खान और उसके भाई इमरान मलिक ने आईईडी बनाया और उसे कपड़े के पार्सल में पैक किया. उसके बाद सिकंदराबाद से दरभंगा तक लंबी दूरी की ट्रेन में बुक किया. आरोपितों का उद्देश्य चलती यात्री ट्रेन में विस्फोट करना था, जिससे भारी जान-माल का नुकसान हो सके.

एनआईए के मुताबिक, मोहम्मद नासिर खान ने साल 2012 में पाकिस्तान का दौरा किया था और स्थानीय रूप से उपलब्ध रसायनों से आईईडी बनाने में लश्कर के संचालकों से प्रशिक्षण प्राप्त किया था. वह अपने भाई इमरान के साथ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों के जरिये लश्कर-ए-तैयबा के पाकिस्तान स्थित आकाओं के संपर्क में था.

गिरफ्तार अभियुक्तों को सक्षम न्यायालय से ट्रांजिट रिमांड लेने के बाद बिहार की राजधानी पटना स्थित विशेष एनआईए अदालत में पेश किया जायेगा. आरोपितों से विस्तृत पूछताछ और जांच से बड़े षड़यंत्र का खुलासा होने की संभावना है.