पीजी में नामांकन शुल्क के विरोध में विवि पहुंचे स्टूडेंट्स

पीजी में नामांकन शुल्क के विरोध में विवि पहुंचे स्टूडेंट्स

By Prabhat Khabar News Desk | November 20, 2024 10:31 PM

जताया आक्रोश :

स्टूडेंट्स ने कहा- सरकार ने सभी छात्राओं व एससी-एसटी के छात्रों से फी लेने पर लगायी है रोक, इसके बाद भी ले रहे शुल्कदो घंटे तक प्रशासनिक भवन में जमे रहे विद्यार्थी, रजिस्ट्रार व डीएसडब्ल्यू से मिलकर की शिकायत, पदाधिकारियों ने आश्वासन देकर लौटाया

मुजफ्फरपुर.

बीआरएबीयू में सभी कोटि की छात्राओं व एससी-एसटी छात्रों से नामांकन व अन्य मद में फी लिए जाने पर फिर से विरोध शुरू हो गया है. बुधवार को सोशल साइंस व साइंस स्ट्रीम के विभिन्न विषयों के स्टूडेंट्स ने विवि के प्रशासनिक भवन में आक्रोश जताया. बड़ी संख्या में पहुंचे छात्र-छात्राओं ने कहा कि सरकार के आदेश के बाद भी सभी कोटि की छात्राओं व एससी-एसटी के छात्रों से शुल्क लिया जा रहा है. कुलसचिव डॉ अपराजिता कृष्णा के कार्यालय में छात्रों की भीड़ थी. वहीं प्रॉक्टर कार्यालय में डीएसडब्ल्यू के समक्ष भी छात्र शिकायत लेकर पहुंचे थे. करीब दो घंटे तक विवि में अफरातफरी का माहौल रहा. दरअसल, पीजी सत्र 2022-24 के चतुर्थ सेमेस्टर की छात्रा तान्या, ज्योति, सुषमा, शिखा आदि ने बताया कि प्रथम सेमेस्टर व द्वितीय सेमेस्टर में नामांकन के समय उनसे शुल्क नहीं लिया गया था. चौथे सेमेस्टर का परीक्षा फाॅर्म भरा जा रहा. ऐसे में विभिन्न विभागों में छात्राओं व एससी-एसटी के छात्रों को दोनों सेमेस्टर का शुल्क एक साथ जमा कराने को कहा जा रहा है. विवि की ओर से बीते दिनों बैठक कर निर्णय लिया गया था कि नामांकन के समय सभी कोटि के स्टूडेंट्स से फीस लिया जायेगा. यदि राज्य सरकार के स्तर से इस मद में कोई क्षतिपूर्ति राशि विवि को दी जाती है तो छात्राओं को चेक या खाते में राशि लौटा दी जायेगी. छात्र-छात्राओं का कहना था कि यह आदेश नये सत्र पर लागू होना चाहिए न कि पूर्व से संचालित हो रहे सत्र पर.

विरोध के बाद फॉर्म भरने पर लगायी गयी रोक

विवि में छात्र-छात्राओं के विरोध व आक्रोश को देखते हुए पीजी चौथे सेमेस्टर के लिए परीक्षा फाॅर्म भरने की प्रक्रिया रोक दी गयी है. परीक्षा विभाग की ओर से इसकी अधिसूचना जारी की है. कहा है कि अपरिहार्य कारणों से 25 नवंबर तक भरे जाने वाले परीक्षा फाॅर्म को तत्काल प्रभाव से स्थिगित कर दिया गया है. नामंकन शुल्क के मामले पर कुलपति की अध्यक्षता में बैठक में निर्णय लिया जायेगा. इसके बाद चतुर्थ सेमेस्टर का फॉर्म भरा जायेगा.

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