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अब क्राइम सीन की जांच करेगी फॉरेंसिक टीम, जिले में खोला जायेगा फॉरेंसिक लैब

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गोपालगंज. अब क्राइम करके अपराधी भाग बच नहीं सकेंगे. पुलिस हर अपराध की वैज्ञानिक जांच करायेगी. फॉरेंसिंक जांच के लिए गोपालगंज में लैब खुलेगा. एससी-एसटी थाने में एफएसएल टीम का लैब खोलने की तैयारी चल रही है. एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि पुलिस मुख्यालय से एक वैज्ञानिक प्रणव रॉय ने गोपालगंज में योगदान कर लिया है. अब आसानी से और कम समय में बड़ी घटनाओं की वैज्ञानिक तरीके से जांच करायी जायेगी. पहले मुजफ्फरपुर या पटना से एफएसएल टीम को बुलानी पड़ रही थी, जिसमें चार से पांच घंटे का वक्त लग जाता था. एसपी ने बताया कि सात साल से अधिक सजा वाली सभी घटनाओं की क्राइम सीन की जांच करायी जायेगी. एफएसएल टीम घटनास्थल पर जाकर जांच करेगी और क्राइम डिटेक्ट करने में पुलिस की मदद करेगी. एसपी ने कहा कि फॉरेंसिक जांच अपराधियों को सजा दिलाने में एक महत्वपूर्ण जांच है. वैज्ञानिक साक्ष्य के आधार पर पुलिस बड़ी से बड़ी घटनाओं का कम समय में खुलासा कर पायेगी और अपराधियों को जेल की सलाखों में डाल पायेगी. फिलहाल फॉरेंसिक टीम के वैज्ञानिक प्रणव रॉय ने हथुआ और थावे थाना क्षेत्र में घटित घटना की जांच शुरू कर दी है. एसपी का कहना है कि जल्द ही एससी-एसटी थाने में फॉरेंसिक लैब का उद्घाटन होने वाला है. फॉरेंसिक साइंस लैब में अत्याधुनिक इनस्ट्रूमेंट मंगाये गये हैं. यहां के केमिस्ट्री सीरोलॉजी, बॉयलॉजी, क्राइम सीन से जुड़ी जांचों की व्यवस्था होगी. क्रिमिनल केस को हल करने में वैज्ञानिक साक्ष्यों से होगी. फॉरेसिंक लैब का क्षेत्रीय कार्यालय खुलने से विशेषकर आपराधिक घटनाओं की गुत्थी त्वरित गति से सुलझाने में पुलिस अधिकारियों को मदद मिलेगी.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

गोपालगंज. अब क्राइम करके अपराधी भाग बच नहीं सकेंगे. पुलिस हर अपराध की वैज्ञानिक जांच करायेगी. फॉरेंसिंक जांच के लिए गोपालगंज में लैब खुलेगा. एससी-एसटी थाने में एफएसएल टीम का लैब खोलने की तैयारी चल रही है. एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि पुलिस मुख्यालय से एक वैज्ञानिक प्रणव रॉय ने गोपालगंज में योगदान कर लिया है. अब आसानी से और कम समय में बड़ी घटनाओं की वैज्ञानिक तरीके से जांच करायी जायेगी. पहले मुजफ्फरपुर या पटना से एफएसएल टीम को बुलानी पड़ रही थी, जिसमें चार से पांच घंटे का वक्त लग जाता था. एसपी ने बताया कि सात साल से अधिक सजा वाली सभी घटनाओं की क्राइम सीन की जांच करायी जायेगी. एफएसएल टीम घटनास्थल पर जाकर जांच करेगी और क्राइम डिटेक्ट करने में पुलिस की मदद करेगी. एसपी ने कहा कि फॉरेंसिक जांच अपराधियों को सजा दिलाने में एक महत्वपूर्ण जांच है. वैज्ञानिक साक्ष्य के आधार पर पुलिस बड़ी से बड़ी घटनाओं का कम समय में खुलासा कर पायेगी और अपराधियों को जेल की सलाखों में डाल पायेगी. फिलहाल फॉरेंसिक टीम के वैज्ञानिक प्रणव रॉय ने हथुआ और थावे थाना क्षेत्र में घटित घटना की जांच शुरू कर दी है. एसपी का कहना है कि जल्द ही एससी-एसटी थाने में फॉरेंसिक लैब का उद्घाटन होने वाला है. फॉरेंसिक साइंस लैब में अत्याधुनिक इनस्ट्रूमेंट मंगाये गये हैं. यहां के केमिस्ट्री सीरोलॉजी, बॉयलॉजी, क्राइम सीन से जुड़ी जांचों की व्यवस्था होगी. क्रिमिनल केस को हल करने में वैज्ञानिक साक्ष्यों से होगी. फॉरेसिंक लैब का क्षेत्रीय कार्यालय खुलने से विशेषकर आपराधिक घटनाओं की गुत्थी त्वरित गति से सुलझाने में पुलिस अधिकारियों को मदद मिलेगी.

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