Gopalganj News : बीए की परीक्षा देकर घर लौट रही परीक्षार्थी की सड़क दुर्घटना में मौत
Gopalganj News : थाना क्षेत्र के मिर्जापुर माेड़ पर बीए की परीक्षा देकर जिले से लौट रही एक परीक्षार्थी की मौत सड़क दुर्घटना में हो गयी.
बरौली. थाना क्षेत्र के मिर्जापुर माेड़ पर बीए की परीक्षा देकर जिले से लौट रही एक परीक्षार्थी की मौत सड़क दुर्घटना में हो गयी. मृतका अपने पति के साथ बाइक से लाैट रही थी, अभी वह मिर्जापुर पहुंची थी तभी पीछे से अनियंत्रित गति से आ रहे एक ट्रक ने बाइक में ठोकर मार दी, जिससे परीक्षार्थी बाइक से उछलकर हाइवे पर गिर पड़ी और उसी ट्रक के पहिये के नीचे आ गयी. इससे उसकी मौत घटनास्थल पर ही हो गयी. दुर्घटना के बाद ट्रकचालक ट्रक लेकर फरार हो गया. बाइक चला रहा चंदा का पति नीतीश कुमार, हाइवे से अलग गिरा और वह आंशिक रूप से घायल हो गया.
सीवान के बलेसरा में हुई थी शादी
मृत परीक्षार्थी का नाम चंदा देवी बताया गया है, जो बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के बहदुरा गांव के सुरेश राय की बेटी है. उसकी शादी सीवान जिले के बलेसरा में हुई और वह अपने पति के साथ परीक्षा देने गयी थी. दुर्घटना के बाद मिर्जापुर मोड़ पर सैकड़ों लोग जमा हो गये और हाइवे करीब एक घंटे तक जाम रहा. मौके पर पहुंची बरौली थाने की पुलिस ने पंचनामा बनाया तथा पाेस्टमार्टम में भेजने के लिए परिजनों का इंतजार हो रहा था.
ठीक एक माह पहले 23 नवंबर को हुई थी चंदा की शादी
चंदा की शादी दुर्घटना के ठीक एक माह पहले 23 नवंबर को हुई थी. बेटी की शादी में पिता सुरेश राय ने अपने सारे अरमान निकाल लिये थे और काफी धूमधाम से उसकी शादी की थी. पिता को क्या पता था कि जिस लाडली को वे अरमानों से दुल्हन बना कर विदा कर रहे हैं, उसकी जीवन रेखा मात्र एक माह की और है. वहीं पत्नी की मौत से उसका पति नीतीश कुमार अवाक-सा रह गया था और बेसुध-सा एक ओर पड़ा था. उसे इस बात का विश्वास हीं नहीं हो रहा था की जिस पत्नी को वह परीक्षा समाप्त होने के बाद नाश्ता कराकर अपने साथ हंसी-खुशी अपने घर ले जा रहा था, वह अचानक उसका साथ हमेशा के लिए छोड़ गयी.
मिर्जापुर में ओवरब्रिज होता, तो नहीं जाती चंदा की जान
मिर्जापुर में हाइवे पर अगर एनएचएआइ ने ओवरब्रिज बनाया होता, तो चंदा की जान नहीं जाती. इतना ही नहीं, कुछ दिन पहले भी एक दुर्घटना में सात लोग घायल नहीं हुए होते और उससे पहले भी दर्जनों लोगों की जान नहीं जाती. उक्त बातें कहना था मिर्जापुर मोड़ पर जमा हुए सैकड़ों लोगों का. लोगों का ये कहना था कि जहां जरूरत है, वहां ओवरब्रिज निर्माण एनएचएआइ द्वारा नहीं कराया जा रहा है. वहीं, जहां कोई जरूरत नहीं, वहां बन रहा है. मिर्जापुर मोड़ भीड़भाड़ वाला माेड़ है, यहां हजारों लोग हाइवे पार करते हैं और उन सबको खतरा रहता है. यहां कभी कुछ भी हो सकता है. ग्रामीणों का कहना था कि हम प्रशासन से मिर्जापुर में ओवरब्रिज बनाने की मांग करेंगे, अगर प्रशासन ने नहीं सुना, तो उग्र आंदोलन किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है