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Bihar Weather: पिछले कुछ दिन सुबह और शाम के वक्त कम हुआ तापमान एक बार फिर बढ़ने लगा है. ऐसे में लोगों को इस समय ठंड का एहसास होना कम हो गया है. वहीं दोपहर के वक्त लोगों को गर्मी भी महसूस हुई. दोपहर में लोगों को पसीना छुड़ा देने वाली गर्मी रही. मौसम विज्ञानी डॉ एसएन पांडेय ने कहा कि मंगलवार को अधिकतम तापमान 33.9 डिग्री रहा. यह सामान्य से तीन डिग्री अधिक रहा. दिन के समय धूप परेशान कर रही है. सूरज की तपिश से तापमान बढ़ रहा है. हालांकि, सुबह-शाम हल्की ठंड का एहसास हो रहा है. पुरवा हवा आठ किमी के रफ्तार से चलने के कारण लोगों को उमस का एहसास होता रहा. प्रदूषण के कारण भी लोगों को गर्मी का एहसास हो रहा है. लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है. तेजी से वायरल फीवर भी फैल रहा है. शहर के अधिकतर अस्पतालों में सर्दी, जुकाम, बुखार, नजला, कमर दर्द, खांसी के मरीजों की संख्या बढ़ी है.
न्यूनतम तापमान सामान्य से चार डिग्री अधिक
मंगलवार को कई इलाकों में न्यूनतम तापमान करीब 23.5 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया. अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक के साथ 33.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं न्यूनतम तापमान सामान्य से चार डिग्री अधिक के साथ 23.5 डिग्री सेल्सियस रहा. मौसम विज्ञानी डॉ एसएन पांडेय का अनुमान है कि अगले एक सप्ताह तक अधिकतम तापमान 33-34 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है.
शहर की हवा फिर खराब की श्रेणी में पहुंची
गोपालगंज शहर में बढ़ती वाहनों की संख्या, हाइवे के निर्माण में उड़ रही धूल, कण, छाड़ी नदी में गिराये जा रहे कचरे के कारण हवा को प्रदूषित कर रहे हैं. ऐसे में वायु प्रदूषण खराब श्रेणी में बरकरार है. आने वाले दिनों में लोगों को सांस लेने में अब और परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. मंगलवार को लोगों ने खराब हवा में सांस ली. इस दौरान वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) 277 दर्ज किया. मौसम विज्ञानी डॉ एसएन पांडेय के मुताबिक बुधवार को हवा बेहद खराब श्रेणी में पहुंचने की आशंका है. साथ ही शहर की हवा सबसे अधिक प्रदूषित रही.
ऐसे रहा AQI
पुलिस लाइन में 253
हजियापुर में 255
बस स्टैंड में 266
कलेक्ट्रेट रोड में 277
शहर को प्रदूषित कर रहे रिजेक्टेड वाहन
शहर को रिजेक्टेड वाहनों के द्वारा प्रदूषित किया जा रहा है. परिवहन विभाग व ट्रैफिक पुलिस सिर्फ हेलमेट, सीट बेल्ट की जांच में जुटी है. जबकि प्रदूषण की जांच नहीं हो रही है. दिल्ली, पंजाब में रिजेक्ट हो चुके वाहनों को लोग खरीद कर गोपालगंज के सड़कों पर चला रहे हैं. मालूम हो कि इसी तरह का प्रदूषण दिल्ली में होने पर 10 वर्ष पुराने डीजल से चलने वाले वाहन व 15 साल पुराने पेट्रोल के वाहनों के परिचालन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. जिले की सड़कों पर रिजेक्टेड वाहनों के चलने के कारण प्रदूषण लेवल लगातार जानलेवा बना हुआ है.
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