पटना. फेस्टिव सीजन शुरू हो चुका है. कुछ दिन बाद दशहरा आने वाला है. इसकी तैयारी अभी से शुरू हो गया है. राजधानी पटना में इस बार दशहरा खास होने वाला है. कोरोना के वजह से दो सालों तक पंडाल नहीं रखे गए थे. लेकिन इस बार सभी जगह पंडाल बनाए जा रहे हैं.वहीं, दुर्गा पूजा में इस बार जगदेव पथ का पंडाल काफी आकर्षक होगा. यहां कर्नाटक के जगमोहन पैलेस (Jagmohan Palace) के तर्ज पर पंडाल का निर्माण किया जा रहा है.

पटनावासियों को देखने को मिलेगा Jagmohan Palace

पटना के जगदेव पथ का पंडाल काफी आकर्षक बनाया जा रहा है. यहां इस पटना वासियों को कर्नाटक के जगमोहन पैलेस (Jagmohan Palace) देखने को मिलेगा. इसके तर्ज पर ही यहां पंडाल का निर्माण कराया जा रहा है. इसकी लागत करीब 12 लाख 50 हजार रुपये आने वाली है. इस पंडाल में काफी ऐसे काम किए जा रहे हैं जिससे नजारा काफी आकर्षक होगा.

झारखंड से आए हैं कारीगर

जगदेव पथ के दुर्गा पूजा समिति के सदस्यों ने बताया कि हर साल हमारे यहां खास पंडाल बनाया जाता है. हम लोग 1999 से लगातार पूजा करते आ रहे हैं. इस बार कर्नाटक के जगमोहन पैलेस के तर्ज पर पंडाल का निर्माण किया जाएगा. एक महीने से पंडाल बनाने की तैयारी चल रही है. इसमें लगभग 20 कारीगर काम कर रहे हैं. दो जुलाई तक पंडाल का निर्माण कार्य हो जाएगा. पंडाल का निर्माण करने वाले सभी कारीगर झारखंड के जामताड़ा के रहने वाले हैं

जगदेव पथ पंडाल पर 8 फीट की प्रतिमा बनाया जा रहा है

जगदेव पथ स्थित बनाए जा रहे पंडाल में 18 फीट की प्रतिमा बनाई जा रही है. बंगाल पद्धति पर मूर्ति का निर्माण किया जा रहा है. मूर्ति के निर्माण में दो लाख रुपये खर्च किए जा रहे हैं. मूर्ति बनाने वाले सभी कारीगर झारखंड के हैं. वहीं, समिति के सदस्यों ने बताया कि इस बार जगदेव पथ दुर्गा पूजा समिति की लाइटिंग काफी आकर्षक होगी. एलईडी लाइट से पाया संख्या-4 से लेकर पाया संख्या-18 तक सजावट की जाएगी. लाइटिंग सजावट करने के लिए कोलकाता से कारीगर बुलाए गए हैं.

26 सितंबार से शुरू हो रहा है दशहरा

बता दें कि इस वर्ष दुर्गा पूजा आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 26 सितंबर 2022 से को है. 26 सितंबार से अगले नौ दिनों तक शक्ति की साधना-आराधना शुरू हो जाएगी. इस साल शारदीय नवरात्रि 26 सितंबर से 5 अक्तूबर तक रहेगी. इस दौरान नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है.