Darbhanga News: मिथिला विश्वविद्यालय में छात्रों की समस्या निदान के लिए सिंगल विंडो सिस्टम चालू

Darbhanga News:लनामिवि ने स्नातक स्तरीय विभिन्न खंड एवं सेमेस्टर के छात्रों की समस्याओं का ऑन स्पाट निदान के लिए सिंगल विंडो सिस्टम चालू किया है. इस काउंटर के माध्यम से छात्र- छात्रा आन स्पाट अपनी समस्या का निदान करा सकते हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | September 11, 2024 11:28 PM
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Darbhanga News:दरभंगा. लनामिवि ने स्नातक स्तरीय विभिन्न खंड एवं सेमेस्टर के छात्रों की समस्याओं का ऑन स्पाट निदान के लिए सिंगल विंडो सिस्टम चालू किया है. इस काउंटर के माध्यम से छात्र- छात्रा आन स्पाट अपनी समस्या का निदान करा सकते हैं. बुधवार से नये परीक्षा भवन के ग्राउंड फ्लोर पर सिंगल विंडो सिस्टम चालू कर दिया गया है. बताया गया है कि स्नातक स्तरीय छात्रों की छोटी-छोटी तकनीकी समस्या का यहां से त्वरित निदान हो सकेगा. पेंडिंग रिजल्ट से जुड़े विशेष मामले में छात्रों का आवेदन काउंटर पर जमा लिया जायेगा, जिसकी पड़ताल कर बाद में निदान होगा. पहले इसके लिए छात्रों से परीक्षा नियंत्रक एवं कर्मचारी आवेदन लेते थे. इससे समस्या निदान कराने में समय ज्यादा लगता था. जानकारों के अनुसार सबकुछ ठीक चला तो इस व्यवस्था से छात्रों को राहत मिल सकेगी.

अनावश्यक दबाव से काउंटर को बचाना होगा जरूरी

वैसे विवि के बाहर के कर्मी होने से उनपर स्थानीय कर्मचारियों तथा छात्र नेताओं का नैतित एवं अनैतिक रूप से त्वरित काम करने का दबाव से इनकार नहीं किया जा सकता है. काउंटर के भीतर बाहरी लोग सहित विवि के गैर विभागीय एवं अनधिकृत कर्मचारियों के प्रवेश पर रोक से इसका समुचित लाभ छात्रों को मिलने की संभावना बतायी जा रही है. साथ ही डाटा सेंटर के कर्मचारियों पर भी निगरानी रखनी होगी, ताकि वे छात्रों को अनावश्यक परेशान व शोषण नहीं करें.

विवि के अधिकारी एवं कर्मी रहते डाटासेंटर के कर्मियों के मोहताज

जानकारों का कहना है कि डाटा सेंटर के डाटा को संसाेधित तथा परिमार्जित आदि करने का अधिकार विश्वविद्यालय में कम से कम एक अधिकारी के पास होना चाहिये. इससे विशेष परिस्थिति में वे खुद से समस्या को देख सकेंगे तथा उसका निदान भी कर सकेंगे. इसके लिये एक डैसबोर्ड परीक्षा नियंत्रक अथवा उप परीक्षा नियंत्रक के जिम्मे होना आवश्यक बताया गया है. इसका संचालन संबंधित अधिकारी स्वयं अथवा अधिकृत कर्मचारी यूजर आइडी व पासवर्ड से कर सकेंगे. अभी स्थिति यह है कि जिस एजेंसी को काम के लिये आवंटित कर रखा गया है, वही पूरे डाटा का मालिक बना बैठा है. विवि के अधिकारी और कर्मचारी, आवश्यक से आवश्यक काम के लिये भी डाटासेंटर के कर्मचारियों के मोहताज रहते हैं.

कहते हैं परीक्षा नियंत्रक

परीक्षा नियंत्रक प्रो. विनोद कुमार ओझा ने बताया किइसी काउंटर से यूजी स्तर के छात्रों की सभी समस्याओं का निदान किया जायेगा. काउंटर के कार्य का पर्यवेक्षण किया जायेगा. संचालन में क्रमेण जिस तरह की समस्या सामने आयेगी, उसका निदान होगा. एकल विंडो सिस्टम से जुड़े एक नोडल अधिकारी की भी नियुक्ति की जायेगी.

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