अलीनगर के अंटौर में भीषण अगलगी, जिंदा जल गये एक ही परिवार के छह सदस्य
जिले के अलीनगर प्रखंड अंतर्गत अंटौर गांव में भीषण अगलगी की घटना में एक ही परिवार के छह लोगों की मौत हो गयी.
अलीनगर. जिला के अलीनगर प्रखंड अंतर्गत अंटौर गांव में भीषण अगलगी की घटना में एक ही परिवार के छह लोगों की मौत हो गयी. इसमें तीन मासूम बच्चे भी शामिल हैं. घटना गुरुवार की रात की है. बगल में आये बरातियों द्वारा आतिशबाजी किये जाने के दौरान उड़ी चिंगारी से यह आग लग गई. देखते ही देखते यह चारों तरफ फैल गई. इसमें पड़ोस के रामचंद्र पासवान के परिवार के छह सदस्य जिंदा जल गये. मृतकों में रामचंद्र पासवान के पुत्र सुनील पासवान (26), पुत्रवधू लाली देवी (23), विवाहिता पुत्री कंचन कुमारी (23), रामचंद्र की नतनी व कंचन की पुत्री साक्षी कुमारी (5), पुत्र आयुष (2) तथा एक दो महा का दुधमुंहा पुत्र सुधांशु शामिल है. इस विभत्स घटना से पूरे क्षेत्र में मातम पसर गया है. सूचना पर पहुंची पुलिस ने सभी लाश को कब्जे लेते हुए अंत्य परीक्षण के लिए डीएमसीएच भेज दिया. जिलाधिकारी राजीव रौशन व एसएसपी जगुनाथ रेड्डी जला रेड्डी डीएमसीएच पहुंचे. घटना पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए जख्मियों का हाल जाना. उनके उपचार के बावत जानकारी लेते हुए आवश्यक निर्देश दिया. अलीनगर प्रखंड के बहेड़ा थाना क्षेत्र अंतर्गत अंटोर गांव में गुरुवार की रात छगन पासवान की बेटी की शादी थी. केवटी प्रखंड के छतवन से बरात आयी थी. बरातियों के ठहरने व खाने का प्रबंध रामचंद्र पासवान के आवासीय परिसर में किया गया था. इसके लिए वहां शामियाना तैयार किया गया था. बरात के पहुंचने के बाद जमकर आतिशबाजी की जाने लगी. कहा जाता है कि इसकी एक चिंगारी शामियाना पर आ गिरी. देखते ही देखते शामियाना जलने लगा. हालांकि शामियाना को बहुत अधिक क्षति नहीं हुई. आग ने बगल में रामचंद्र पसवान के फूस के घर को अपनी चपेट में ले लिया. रामचंद्र की महिलाएं व बच्चे उस समय घर में थे. वे लोग फूस के घर के बगल में बने ईंट व एस्बेटस के कमरे में थे. वे लोग जब तक खुद को बचाने की कोशिश करते आग ने चारों तरफ से घेर लिया. इसी बीच वहां रखा सिलेंडर विस्फोट कर गया, जिसमें परिवार के छह सदस्यों की मौत हो गयी. हालांकि इस दौरान सुनील की चचेरी बहन साहसी रंजन कुमारी ने सुनील के दो बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया. पत्नी के साथ बहन व भांजा-भांजी को बाहर निकालने के लिए आग की लपटों के बीच सुनील भी अंदर घुस गया. उन सभी को तो नहीं ही बचा सका, पर अपनी भी जान गंवा दी. चारों तरफ चीख-पुकार मच गयी. बराती के साथ लड़की के परिजन रात में ही घर छोड़ भाग निकले. बताया जाता है कि आग लगने की घटना रात करीब 11.30 बजे हुई. इसकी खबर अग्निशमन विभाग को तत्काल दी गयी. सूचना के करीब एक घंटा बाद वाहन के साथ कर्मी पहुंचे. आग बुझाने में जुट गये. आग इतनी विकराल थी कि घंटों प्रयास के बाद सुबह करीब चार बजे आग पर काबू पायी जा सकी. इस भीषण अगलगी की चपेट में आने से दिनेश पासवान व रामचंद्र पासवान के पिता देवराज पासवान का घर भी पूरी तरह खाक हो गया. इसमें दो लाख कैश सहित लाखों की संपत्ति का नुकसान हुआ है. एक गाय व एक बछड़ा भी झुलसकर मर गया. घटना की सूचना पर रात में पहुंची बहेड़ा थाना की पुलिस को जब एक ही परिवार के आधा दर्जन सदस्यों के जिंदा जल जाने की खबर मिली तो फिर सुबह में पहुंची. सभी शव को कब्जे में लेकर अंत्यपरीक्षण के लिए भेज दिया. घटनास्थल पर एडीएम सलीम अख्तर व एसडीओ शंभुनाथ झा मौजूद थे. बाद में अंचलाधिकारी कुमार शिवम भी पहुंचे. अधिकारियों ने सीओ को अविलंब पीड़ित परिवार को राहत कार्य चला कर पॉलिथीन तथा 12 हजार रुपए का चेक प्रत्येक पीड़ित परिवारों को देने का आदेश दिया. कहा कि सरकारी प्रावधानों के तहत सभी लाभ दिये जाएंगे. जिलाधिकारी राजीव रौशन ने बताया कि घटना बेहद दुखद है. बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग के प्रावधानों के मुताबिक सभी लाभ पीड़ित परिवारों को दिया जायेगा. इसके लिए एक टीम गठित की गयी है. यह टीम घटना के कारणों की जांच करेगी, ताकि इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो. इस मौसम में अगलगी की घटना अधिक होती है. इस पर रोक लगाने के लिए जनजागृति बेहद जरूरी है. इसके लिए अनवरत अभियान चलाया जा रहा है. आमजन भी एक-दूसरे को जागरूक करें.
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