भारत में जारी कोरोना संकट के बीच बड़ा सवाल यह है कि राज्यों में चुनाव होंगे या नहीं? दरअसल, राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं. इसको देखते हुए निर्वाचन आयोग ने तैयारियां तेज कर दी है. देश में कोरोना संकट के बीच चुनाव में जाने वाले राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के साथ संबंधित उपायों की चर्चा की जाएगी. इसको देखते हुए पुख्ता प्लान तैयार करने को कहा गया है. इसके तहत चुनाव के दौरान कोविड-19 से जुड़े सभी कदमों को उठाया जाएगा.

बड़ी बात यह है कि बिहार और पश्चिम बंगाल में चुनाव पर सभी की नजरें टिकी हैं. बिहार में साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने की बात कही जा रही है. दूसरी तरफ 2021 में बंगाल विधानसभा चुनाव होना है. इसको देखते हुए चुनाव आयोग के कदम को काफी अहम माना जा रहा है. क्योंकि, इसके पहले चुनाव आयोग ने भारत में बढ़ते कोरोना वायरस के संक्रमण और बाढ़ की स्थिति को देखते हुए कई राज्यों में होने वाले उपचुनाव को स्थगित कर दिया था.

अगर बात बिहार की करें तो राज्य में इस साल के आखिर में विधानसभा के चुनाव होने हैं. जबकि, कई राजनीतिक दलों ने चुनाव को टालने की मांग भी चुनाव आयोग से की है. माना जा रहा है कि निर्वाचन आयोग निर्धारित समय पर ही बिहार विधानसभा चुनाव को कराएगा. यहां तक कि चुनाव आयोग कोविड महामारी को देखते हुए चुनाव में प्रचार अभियान के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी कर सकता है. फिलहाल अभी तक कुछ भी साफ नहीं हुआ है.

बिहार में लगातार कोरोना का संक्रमण बढ़ता जा रहा है. बिहार में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले एक लाख से ज्यादा हो चुके हैं. पिछले महीने चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों से अपने विचार और सुझाव भेजने को कहा था. जिसके आधार पर कोरोना संक्रमण के बीच उम्मीदवारों और राजनीतिक दलों के चुनाव प्रचार अभियान के लिए जरूरी दिशा-निर्देश तय किए जा सकें. अभी तक साफ नहीं हो सका है कि बिहार में कब तक विधानसभा चुनाव होंगे.