Bihar Assembly Election 2020 छह दलों के गठबंधन ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेक्यूलर फ्रंट (GDSF) में सीटों का बंटवारा हो गया है. फ्रंट विधानसभा की सभी 243 सीटों पर प्रत्याशी उतार रहा है. करीब तीन चौथाई सीट रालोसपा और बसपा के हिस्से में आई है. वहीं, दूसरे चरण के नामांकन के अंतिम दिन शुक्रवार को रालोसपा ने दूसरे चरण के उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी. रालोसपा, बसपा, AIMIM, समाजवादी जनता दल (डेमोक्रेटिक), जनतांत्रिक पार्टी और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने गठबंधन कर जीडीएसएफ बनाया है. फ्रंट में शामिल दलों में सीट शेयरिंग पर आम सहमति हो गयी है.


सीट शेयरिंग में दिखा जातीय संतुलन

सीट बंटवारे में रालोसपा को 104 सीट मिले हैं. बसपा 80, समाजवादी जनता दल (डेमोक्रेटिक) 25, AIMIM 24, जनतांत्रिक पार्टी और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी पांच-पांच सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. दूसरे चरण में रालोसपा 37 सीटों पर लड़ेगी. पार्टी के अभियान समिति के अध्यक्ष जितेंद्र नाथ ने दूसरे चरण के 37 प्रत्याशियों की सूची जारी की. इसमें पूर्व सांसद-विधायकों को मौका देने के साथ जातीय संतुलन भी है.

पूर्व सांसद और विधायकों पर भरोसा

खास बात है कि रालोसपा के झंझारपुर से पूर्व सांसद वीरेंद्र कुमार चौधरी और केसरिया से पूर्व विधायक महेश्वर सिंह उम्मीदवार होंगे. गोह से जदयू के पूर्व विधायक डॉ. रणविजय कुमार और जमुई सीट से पूर्व कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह के बेटे अजय प्रताप भी चुनाव लड़ रहे हैं. अतिपिछड़ा और दलित को वरीयता दी गई है. बताते चलें कि बिहार चुनाव में उपेंद्र कुशवाहा के नेतृत्व में ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेक्यूलर फ्रंट का गठन किया गया है. फ्रंट ने उपेंद्र कुशवाहा को बिहार चुनाव में मुख्यमंत्री का उम्मीदवार घोषित किया है.

Posted : Abhishek.