Bihar Assembly Election 2020: कोरोना संकट में होने जा रहा बिहार विधानसभा चुनाव कई मायनों में खास है. इस बार राजनीतिक दलों ने चुनाव प्रचार का तरीका बदला है. सोशल मीडिया का भी जमकर इस्तेमाल हो रहा है. इसी बीच चुनाव तैयारियों में लगे कर्मियों के सामने भी कई तरह की मुश्किलें हैं. ईवीएम को वोटिंग वाली जगहों तक भेजने से लेकर चुनाव कर्मियों को पोलिंग बूथ तक तैनात करने में दिक्कतें आ रही हैं. दूसरी तरफ चुनाव को लेकर स्वास्थ्य कर्मियों के सामने भी अपनी परेशानियां हैं.

चुनाव आयोग ने की है तगड़ी तैयारी

हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक 28 अक्टूबर से शुरू हो रहे तीन चरणों के चुनाव के पहले चरण के लिए पिछले एक सप्ताह से स्वास्थ्य कर्मी 13 लाख कोविड किट्स (फेस कवर, सैनिटाइजर समेत दूसरे सुरक्षा सामग्री) को भेजने में दिन-रात जुटे हुए हैं. इनका इस्तेमाल 11.59 लाख मतदान कर्मियों को सुरक्षित रखने के लिए किया जाएगा. इन सुरक्षा सामग्री को सभी 243 विधानसभा सीटों के एक लाख से ज्यादा बूथों पर भी पहुंचाया जा रहा है. ऐसा आयोग की गाइडलाइंस को देखते हुए किया जा रहा है.

625 करोड़ रुपए खर्च का अनुमान

बिहार विधासनभा चुनाव के पहले चरण की 71 सीटों पर 28 अक्टूबर को वोटिंग होगी. इसको देखते हुए सुरक्षा सामग्रियों को करीब-करीब सभी बूथों तक पहुंचा दिया गया है. राज्य की 38 जिलों के लिए 6.56 करोड़ से ज्यादा हैंड ग्लव्स भी भेजे जा रहे हैं. अधिकारियों के मुताबिक कोविड किट्स के लिए 200 करोड़ रुपए जारी किए गए. माना जाता है 2015 में 270 करोड़ का खर्च आया था. इस बार कोरोना वायरस संकट में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में करीब 625 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है.

कोरोना संकट और विधानसभा चुनाव

  • 38 जिलों की 243 विधानसभा सीटों पर मतदान

  • पहला चरण – 28 अक्टूबर – 71 सीटों पर वोटिंग

  • दूसरा चरण – 3 नवंबर – 94 सीटों पर मतदान

  • तीसरा चरण – 7 नवंबर – 78 सीटों पर वोटिंग

  • 10 नवंबर को विधानसभा चुनाव का परिणाम

बिहार चुनाव के लिए आयोग की तैयारी

  • 13 लाख कोविड किट्स (फेस कवर, सैनिटाइजर्स, सुरक्षा सामग्री)

  • संक्रमण से बचाने के लिए 6.56 करोड़ हैंड ग्लव्स

  • मतदान के लिए 11.56 लाख कर्मियों की नियुक्ति

  • विधानसभा चुनाव में 5.20 लाख सुरक्षा कर्मी

  • कोरोना संकट को देखते हुए 1.06 लाख बूथ

Posted : Abhishek.