Bihar Assembly Election 2020: चीन के वुहान से फैले कोरोना वायरस ने दुनिया के अधिकांश देशों की हालत खराब कर दी. अर्थव्यवस्था से लेकर हर सेक्टर पर कोरोना वायरस संकट का असर देखने को मिला है. कई देशों में कोरोना संकट के बीच अनलॉक का फेज जारी है. अगर भारत की बात करें तो यहां भी अनलॉक-5 है. इस फेज में कई रियायतों का ऐलान किया गया है. इसी अनलॉक फेज में बिहार में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं. 28 अक्टूबर को पहले चरण की 71 सीटों पर वोटिंग है.

दुनिया के लिए मिसाल बिहार चुनाव 

बिहार का विधानसभा चुनाव कई मायनों में खास है. कोरोना संकट में होने जा रहे बिहार विधानसभा चुनाव के लिए आयोग ने खास गाइडलाइंस बनाई है. आयोग ने चुनाव की तारीखों के ऐलान के वक्त कहा था कि बिहार का चुनाव दुनिया के लिए मिसाल बनेगा.

लिहाजा तैयारियां भी काफी ज्यादा की गई हैं. बिहार के पहले दो देशों में चुनाव हुए हैं. इसमें न्यूजीलैंड और दक्षिण कोरिया शामिल हैं. पिछले महीने न्यूजीलैंड में चुनाव कराए गए थे. दूसरी तरफ दक्षिण कोरिया में अप्रैल महीने में एक चुनाव हुआ था.


विदेशों और बिहार के चुनाव में अंतर

न्यूजीलैंड और बिहार के चुनाव की बड़ी बातें आपको जाननी चाहिए. न्यूजीलैंड में सितंबर महीने में चुनाव हुए थे. न्यूजीलैंड में 34 लाख से ज्यादा वोटर हैं. जबकि, बिहार में कुल 7.29 करोड़ वोटर हैं. पहले चरण की 71 सीटों पर होने वाली वोटिंग में 2.14 करोड़ से ज्यादा वोटर हैं.

यह संख्या न्यूजीलैंड के मतदाताओं से 6 गुना ज्यादा है. वहीं, दक्षिण कोरिया में भी अप्रैल में चुनाव हुआ था. वहां कुल 4.39 करोड़ वोटर थे. इसी कारण बिहार के चुनाव को कोरोना काल में दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव कहा जा रहा है.

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Posted : Abhishek.