आमलोगों से मजाक बना स्मार्ट सिटी का साइकिल ट्रैक, न एजेंसी हुई बहाल, न किराये पर मिला साइकिल
स्मार्ट सिटी भागलपुर में बना सूबे का पहला साइकिल ट्रैक आमलोगों के लिए मजाक बन कर रह गया है.
– जगह-जगह टूट रहे ट्रैक और टहलने के लिए बिछाये गये चेकर्स टाइल्स – टहलने के लिए नाले की स्लैब पर बिछाई गयी चेकर्स टाइल्स भी हो रहे खराब – 850 मीटर में बने साइकिल ट्रैक जगह-जगह अतिक्रमित, लोग नहीं कर पा रहे उपयोग वरीय संवाददाता, भागलपुर स्मार्ट सिटी भागलपुर में बना सूबे का पहला साइकिल ट्रैक आमलोगों के लिए मजाक बन कर रह गया है. 16 माह बीत जाने के बावजूद न तो इसकी देखरेख के लिए एजेंसी बहाल हुई और न ही लोगों को साइकिलिंग के लिए किराये पर साइकिल ही दी गयी. हाल तो यह है कि अब साइकिल ट्रैक जगह-जगह से टूटने भी लगा है. कैंप जेल के गेट के पास साइकिल ट्रैक शुरू हुआ है और यहीं इसका किनारा टुकड़ों में बंट गया है. इसके बाद आगे जैसे-जैसे बढ़ेंगे, वैसे ही इसकी दुर्दशा नजर आती जायेगी. साइकिल ट्रैक से सटकर लोगों के टहलने के लिए नाले की स्लैब पर चेकर्स टाइल्स बिछाई गयी हैं, जिससे लोग सुबह साइकिल ट्रैक के बगल में टहल सकेंगे. इसकी भी हालत साइकिल ट्रैक से कमतर नहीं है. दोनों की दुर्दशा यहीं खत्म नहीं होती. कैंप जेल से लेकर जीरोमाइल पेट्रोल पंप के बीच सड़क के दोनों किनारे यह जगह-जगह अतिक्रमित है. फल, सब्जी, नास्ता, हेलमेट सहित अन्य कई तरह की दुकानें रोजाना सजी रहती है. जिम्मेदार बेफिक्र हैं और वरीय पदाधिकारी इस बारे में जिम्मेदारों से पूछना उचित भी नहीं समझ रहे हैं, जबकि, इसका निर्माण सरकारी पैसों से हुआ है. लंबे-चौड़े किये गये थे दावे साइकिल ट्रैक और पाथ-वे को लेकर न सिर्फ उद्घाटन अवसर, बल्कि बीच-बीच में भी अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों की ओर से लंबे-चौड़े दावे किये जाते रहे लेकिन, एक भी सच साबित नहीं हुआ. इन्होंने किये थे बड़े-बड़े दावे पूर्व नगर आयुक्त डाॅ योगेश सागर : साइकिल ट्रैक के लिए एजेंसी बहाल की जायेगी. वह लोगों को साइकलिंग के लिए किराये पर साइकिल देगी. लोग इस ट्रैक पर साइकलिंग का आनंद उठा सकेंगे. पूर्व डीआइजी विवेकानंद : साइकिल ट्रैक से युवा काफी प्रेरित होंगे और साथ-साथ शहर में साइकलिंग के क्षेत्र में खिलाड़ी भी अभ्यास कर सकेंगे. मेयर वसुंधरा लाल: ट्रैक के किनारे पेड़ों की हरियाली में साइकिल चलाते वक्त प्राकृतिक नजारों का आनंद मिलेगा. इसके संचालन के लिए एजेंसी का चयन किया जाएगा, जिनके पास साइकिल नहीं होगी वह मामूली शुल्क देकर साइकलिंग कर सकेंगे. एजेंसी के चयन व शुल्क निर्धारण पर भी विचार-विमर्श किया जायेगा. साइकिल ट्रैक एक नजर में ट्रैक : कैंप जेल से जीरोमाइल पेट्रोल पंप तक लंबाई : 850 मीटर उद्घाटन : 13 अगस्त, 2023 को
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