Bihar Flood: बिहार में बाढ़ से कई जिलों की स्थिति बिगड़ी है. भागलपुर में गंगा का रौद्र रूप देखने को मिला है. कई इलाके जलमग्न हो गए हैं. जिन इलाकों में बाढ़ की तबाही अधिक है वहां से लोग अपनी जान बचाकर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं.सबौर प्रखंड के मसाढू के हालात पिछले कई दिनों से बिगड़ते ही जा रहे हैं. एक के बाद एक करके यहां कई घर गंगा में समा चुके हैं. ममलखा पंचायत के मसाढु में कटाव की जद में आये तीन और मकान गंगा में समा गए. लोगों ने इसका वीडियो भी रिकॉर्ड किया जो काफी अधिक वायरल हो रहा है.

भागलपुर में गंगा का रौद्र रूप

गंगा भागलपुर के कई इलाकों में इस कदर अपना खौफ बनाए हुए है जिससे लोगों की चिंता बढ़ी हुई है. सबौर प्रखंड के मसाडू गांव का अस्तित्व मानो खत्म ही करके नदी मानेगी. यहां का आलम कुछ ऐसा ही फिलहाल है. गंगा में कई मकान अबतक समा चुके हैं. कटाव की मार से लोग त्रस्त हैं.

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10 मिनट में तीन मकान गंगा में समा गए

मंगलवार को गंगा में तीन मकान महज 10 से 15 मिनट के अंदर समा गए. ये तीनों पक्के मकान किसान व पशुपालकों के थे. इन तीनों मकान के गंगा में समाने के बाद आसपास के लोगों में भी दहशत है. कब गंगा किनके मकान को लीन लेगी, कोई नहीं जानता.

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मसाढू के लोग जगकर काट रहे रात

ग्रामीण बताते हैं कि गंगा के मुहाने पर 10 से अधिक घर अभी हैं. ये भी नदी में समा सकते हैं. मसाढू गांव के लोग रात भर जाग कर काट रहे हैं. गंगा को मनाने का भी प्रयास महिलाएं गीत गाकर और पूजा करके कर रही हैं. इधर, गंगा का जलस्तर घट भी रहा है लेकिन अभी भी नदी डेंजर लेवल के ऊपर ही बह रही है.

बिहार में डेंजर लेवल के ऊपर बह रही गंगा

भागलपुर में गंगा नदी के जलस्तर में आंशिक कमी के बावजूद बाढ़ की स्थिति जस की तस है. जल संसाधन विभाग पटना द्वारा 24 सितंबर को दोपहर दो बजे जारी सूचना के अनुसार भागलपुर में गंगा का जलस्तर 18 सेंटीमीटर कम हुआ है. हालांकि जलस्तर अभी भी खतरे के निशान 33.68 मीटर से 80 सेंटीमीटर ऊपर है. मंगलवार को नौ बजे रात तक जलस्तर 34.48 मीटर रहा. बुधवार को जलस्तर में तेजी से कमी आने की उम्मीद है. बाढ़ के कारण गंगाघाट से सटे शहर के मोहल्लों में पानी की तेज धार का दबाव बरकरार है.