जिले में अहले सुबह भूकंप की झटके से दशहत
Bettiah News: जिले में प्रसव के दौरान मां-बच्चे की मौत हो गई है. इसके बाद परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया. पूरी घटना शिकारपुर थानाक्षेत्र के अंतर्गत अनुमंडलीय अस्पताल नरकटियागंज की है. सूचना पर पहुंची पुलिस ने हंगामा कर रहे परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया. थानाध्यक्ष अवनीश कुमार ने बताया कि मृतका की पहचान मानपुर थानाक्षेत्र के डमरापुर गांव के रहने वाली तारा देवी के रूप में की गई है.
एएनएम और जीएनएम ने किया इलाज
मामले को लेकर परिजनों ने बताया कि जब उसने अपनी गर्भवती मरीज को प्रसव के लिए अनुमंडलीय अस्पताल नरकटियागंज में भर्ती कराया, तो अस्पताल में उस समय ड्यूटी पर कोई महिला डॉक्टर नहीं थी. एएनएम और जीएनएम ने पीड़िता का इलाज किया. परिजनों के अनुसार, पहले एएनएम और जीएनएम ने बताया कि मरीज की नॉर्मल डिलीवरी हो जाएगी. इसके बाद इंजेक्शन और दवा भी दी गई. इसी बीच प्रसूता की मौत हो गई.
महिला डॉक्टर ड्यूटी पर नहीं थी मौजूद
बताया जा रहा है कि अनुमंडलीय अस्पताल में चार से पांच महिला डॉक्टर हैं. लेकिन प्रसव विभाग में एक भी महिला डॉक्टर ड्यूटी पर नहीं थी. मामले को लेकर अनुमंडलीय अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ गोविंद चंद शुक्ला ने बताया कि मरीज का एएनसी रिपोर्ट नहीं था. जब महिला अस्पताल में भर्ती हुई, तो पुरुष भी नही थे. जांच में पता चला कि बच्चे की मौत गर्भ में ही हो गई है. प्रसूता की स्थिति को देखते हुए उसे गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया गया था. लेकिन रेफर के बाद भी परिजन मरीज को लेकर नहीं गए और मरीज की मौत हो गई.