प्रतिनिधि, बांका: चुनाव की सरगर्मी जरुर खत्म हो गयी है, लेकिन सियासी तापमान अब भी बांका में चरम पर है. ऐतिहासिक पृष्ठभूमि के साथ राजनीतिक दृष्टि से भी खास बांका लोकसभा चुनाव में इस बार कांटे की टक्कर के आसार लग रहे हैं. बांका लोकसभा का चुनाव द्वितीय चरण में शुक्रवार 2़6 अप्रैल को समाप्त हो गया है. मतदान खत्म होने के साथ वोट का आकलन प्रारंभ हो गया है. दिन भर मोबाईल फोन पर कहां किसे कितना वोट पड़ा, कौन कहां लीड कर रहा है, कौन भीतरघात किया, भांति-भांति प्रकार के प्रश्न पूछे जा रहे हैं. जीत कौन रहा है इस सवाल पर कोई भी स्पष्ट और ठोस जवाब नहीं दे पा रहा है. इसकी प्रमुख वजह 10 लाख से अधिक मतदान होना है. मतदाताओं की इतनी बड़ी संख्या का सर्वाधिक हिस्सा गिरिधारी यादव और जयप्रकाश नारायण यादव के साथ ही गया है. दिलचस्प सवाल यह है कि मतदाताओं का रुझान किस ओर लय में दिखा तो, इसका भी सीधा जवाब नहीं मिल रहा है. कहीं जयप्रकाश तो कहीं गिरिधिारी इन दोनों के पक्ष में जनता की लामबंदी दिखाई देने की बात कही जा रही. यही सवाल परिणाम को रोचक बना दिया है. दरअसल, इस बार बांका लोकसभा में कुल 10 लाख 8 हजार 10 मत पड़े हैं, जिसका वोटिंग प्रशित 54.61 है. 2019 की तुलना वोटिंग प्रतिशत थोड़े कम जरुर है लेकिन पिछले चुनाव की अपेक्षा 12204 अधिक वोट डाले गये हैं. 2019 में 9 लाख 95 हजार 806 मतदाओं ने चुनाव में भाग लिया था. यानी एक तरह से देखा जाय तो विगत चुनाव के अनुरुप ही लगभग वोट पोलिंग की गयी है. यही आंकड़ा विलेश्षकों को संशय की स्थिति में डाल दिया है. लिहाजा, तरह-तरह के आकलन किये जा रहे है.
क्या दो लाख का अंतर पाट पायेंगे जयप्रकाश, गिरिधारी बचा पाएंगे अपनी सीट? राजद प्रत्याशी जयप्रकाश नारायण के प्रदर्शन का आकलन पिछले दो लोकसभा चुनाव से करेंगे तो पायेंगे कि उनका मत एक जैसा ही लगभग रहा है. 2014 में इन्हें 285150 वोट मिले थे. प्रतिद्वंदी पुतुल कुमारी को 275006 मत मिले थे. मुकाबला को त्रिकोणीय बनाने वाले संजय कुमार को 220708 मत प्राप्त हुए थे. 2019 में जयप्रकाश नारायण यादव को 2 लाख 77 हजार 256 मत मिला. जबकि, गिरिधिारी यादरव और जयप्रकाश नारायण के बीच जीत-हार का अंतर 2 लाख 532 वोट रहा था. इस बार इनके पास दो लाख के अंतर पाटने की चुनौती है. हालांकि, इस बार चुनाव में जयप्रकाश नारायण यादव एनडीए के वोट बैंक में कितनी सेंधमारी कर पाये यह परिणाम ही बतायेगा. लेकिन, यह बात पक्की तौर पर कही जा सकती है कि जयप्रकाश नारायण के मत में इजाफा जरुर दिख रहा है. लेकिन, यह वृद्धि जीत की गारंटी होगी या नहीं यह कहना मुश्किल है. निवर्तमान सांसद गिरिधिारी यादव विगत चुनाव में दो लाख के भारी अंतर से जीते थे. यह अंतर काफी बड़ी थी. लेकिन, गिरिधारी यादव पुराना प्रदर्शन दिखा पायेंगा या नहीं यह रिजल्ट में पता चलेगा. अब यह देखना होगा कि जयप्रकाश नारायण यादव ने एनडीए के कैडर वोट में कितनी सेंधमारी करने में सफलता पायी है. अगर एनडीए के वोट में अपेक्षानुरुप कटौति हुई होगी तो ही गिरिधारी यादव को नुकसान होगा. अन्यथा परिणाम कुछ भी हो सकता है. चूंकि, वोटिंग 10 लाख से अधिक हुई है. बहरहाल, इन दोनों प्रत्याशियों के बीच सवाल एक जैसा ही रह जाता है कि जयप्रकाश नारायण यादव दो लाख का अंतर पाट पायेंगे और क्या गिरिधारी यादव अपनी सीट बचा पायेंगे. इसके लिए चार जून का इंतजार सबको करना है. तबतक लोगों के बीच आकलन और सर्वे का दौर जारी रहेगा.———————
2014 लोकसभा चुनाव का परिणामकुल मतदाता- 1549456
कुल मतदान-889600मतदान प्रतिशत-57.4
नोटा-9753जयप्रकाश नारायण यादव- 285150 मत
पुतुल कुमारी-275006 मतसंजय कुमार-220708 मत
————————2019 लोकसभा चुनाव का परिणाम
कुल मतदाता- 1687940कुल मतदान- 995806
मतदान प्रतिशत- 58.6नोटा- 6625
गिरिधारी यादव (जदयू)- 477788जयप्रकाश नारायण यादव (राजद)- 277256
पुतुल कुमारी- 103729———————-
2019 लोकसभा चुनाव में गिरिधारी और जयप्रकाश को मिले वोटविधानसभा गिरिधिारी यादव जयप्रकाश नारायण यादव गिरिधारी को बढ़त
सुल्तानगंज 91896 48307 43589अमरपुर 80713 39776 40937
धोरैया 89910 49266 40644बांका 68719 45697 23022
कटोरिया 67642 45706 21936बेलहर 77397 47676 29721
कुल मतदान और विधानसभावार मतदान कुल मतदाता-1849121कुल मतदान- 1008010
महिला- 510911पुरुष- 497098
सुल्तानगंज- 164833अमरपुर- 154447
धोरैया- 180200बांका- 162239
कटोरिया- 161294बेलहर- 184997
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