टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज वेंकटेश प्रसाद ने भारत के सलामी बल्लेबाज केएल राहुल के फॉर्म को लेकर हमला बोला है. पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज ने सोमवार को रोहित शर्मा एंड कंपनी द्वारा बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बाकी दो मैच में राहुल को बनाये रखने पर नाराजगी जाहिर की है. दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेले गये दूसरे टेस्ट में टीम इंडिया की लगातार जीत के कुछ ही देर बाद बीसीसीआई ने तीसरे और चौथे टेस्ट और वनडे के लिए टीम का ऐलान किया.

ट्विटर पर शेयर किये आंकड़े

बीसीसीआई ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे और चौथे टेस्ट के लिए भारतीय टीम में कोई बदलाव नहीं किया है. ऐसे में केएल राहुल टेस्ट क्रिकेट में बल्लेबाजी में गिरावट के बावजूद अपनी जगह बनाये रखने में कामयाब रहे. टीम की घोषणा के बाद वेंकटेश प्रसाद ने सोशल मीडिया पर एक बड़ा डेटा साझा किया जिसमें उन्होंने राहुल के विदेशी टेस्ट रिकॉर्ड पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि ऐसा माना जाता है कि केएल राहुल का विदेश में टेस्ट रिकॉर्ड शानदार है. लेकिन आंकड़े कुछ और ही कहते हैं.

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औसत पर उठाया सवाल

वेंकटेश ने कुछ आंकड़े शेयर करते हुए लिखा कि राहुल का टेस्ट की 56 पारियों में विदेशों में 30 का औसत है. उन्होंने 6 शतक बनाये हैं, लेकिन इसके बाद कम स्कोर के साथ उनका औसत 30 का है. अपने हालिया ट्वीट्स में, प्रसाद ने दावा किया कि अनुभवी भारतीय सलामी बल्लेबाज शिखर धवन का शुरुआती बल्लेबाज के रूप में सर्वश्रेष्ठ औसत है. पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज ने सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल, शुभमन गिल और पूर्व उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे के बल्लेबाजी रिकॉर्ड पर भी प्रकाश डाला.


आजिंक्य रहाणे से की तुलना

प्रसाद ने कहा कि अगर विदेशी प्रदर्शन एक मानदंड है, तो अजिंक्य रहाणे फॉर्म से बाहर होने के बावजूद विदेशों में 50 टेस्ट मैचों में 40 से अधिक की औसत रखते हैं. लेकिन मौजूदा फॉर्म की वजह से उन्हें बाहर रखा गया है. पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज को लगता है कि तीसरे टेस्ट मैच में राहुल के पास चयनकर्ताओं के विश्वास पर खरा उतरने का सबसे शानदार मौका है. अगर उसे प्लेइंग 11 में चुना जाता है, तो इंदौर उसके लिए फॉर्म में वापस आने और मेरे जैसे आलोचकों को चुप कराने का सबसे अच्छा मौका है. उन्होंने कहा कि राहुल को काउंटी क्रिकेट खेलने, अच्छा प्रदर्शन करने और टेस्ट टीम में वापसी करने की जरूरत है.