भारत के कप्तान विराट कोहली ने शनिवार को स्वीकार किया कि युजवेंद्र चहल जैसे खिलाड़ी को टी20 विश्व कप की टीम से बाहर रखने का फैसला कठिन था लेकिन यूएई की धीमी पिचों पर गेंदबाजी में रफ्तार के कारण राहुल चाहर को चुना गया.

राजस्थान के चाहर ने आईपीएल के इस सत्र में मुंबई इंडियंस के लिये 11 मैचों में 13 विकेट लिये लेकिन आखिरी चरण में उन्हें टीम में जगह नहीं मिली. वहीं चहल ने 15 मैचों में 18 विकेट लिये और हर्षल पटेल (32 विकेट) के बाद उन्होंने आरसीबी के लिये सर्वाधिक विकेट चटकाये.

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कोहली ने टी20 विश्व कप से पहले आईसीसी कप्तानों की प्रेस कांफ्रेंस में कहा , यह चुनौतीपूर्ण फैसला था, लेकिन हमने इसलिये राहुल चाहर को चुना क्योंकि पिछले कुछ सत्र में उसने शानदार गेंदबाजी की और वह रफ्तार के साथ गेंदबाजी करता है.

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उन्होंने कहा कि चाहर के प्रदर्शन में निरंतरता पर भी चयन समिति की बैठक में बात की गई. उन्होंने कहा , हमारा मानना है कि टूर्नामेंट में विकेट धीमे होते जायेंगे. ऐसे में अधिक रफ्तार से गेंदबाजी करने वाले धीमे गेंदबाज बल्लेबाजों को ज्यादा परेशान कर सकेंगे.

राहुल ऐसा गेंदबाज है जो विकेट चटकाने की कला में माहिर है. चहल को बाहर रखने का फैसला हालांकि काफी कठिन था लेकिन विश्व कप टीम में संख्या सीमित होती है और हर किसी को जगह नहीं मिल सकती.

उन्होंने तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार का भी बचाव किया जिन्हें आईपीएल के दौरान यूएई में अधिक स्विंग नहीं मिल सकी. उन्होंने कहा, उसकी इकॉनामी रेट लाजवाब है. दबाव के हालात में अनुभव काफी काम आता है.

सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ आईपीएल के हमारे आखिरी मैच में हमने देखा कि किस तरह उसने एबी डिविलियर्स के खिलाफ गेंदबाजी की जो दुनिया में टी20 क्रिकेट के सबसे खतरनाक दो या तीन फिनिशर्स में से हैं.