SMAT: एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2024 के फाइनल में आईपीएल फ्रेंचाइजी कोलकाता नाइट राइडर्स के साथी अजिंक्य रहाणे और वेंकटेश अय्यर ने खुद को एक दूसरे के विपरीत पाया. रहाणे ने अय्यर को आउट करने के लिए एक गेम-चेंजिंग कैच पकड़ा. इस कैच पर विवाद छिड़ गया है. सोशल मीडिया पर इसकी काफी चर्चा हो रही है और इसका वीडियो भी तेजी से वायरल हो रहा है.

SMAT: रहाणे खुद कैच को लेकर असमंजस में थे

यह ड्रामा 13वें ओवर की पहली गेंद पर हुआ. मुंबई के सूर्यांश शेज ने ऑफ के बाहर शॉर्ट ऑफ लेंथ गेंद फेंकी, जिससे वेंकटेश अय्यर को कट करने का मौका मिला. हालांकि, मध्य प्रदेश के ऑलराउंडर शॉट को नियंत्रित नहीं कर पाए. गेंद बैकवर्ड पॉइंट पर चली गई, जहां अजिंक्य रहाणे ने लो डाइव लगाकर उस गेंद को पकड़ लिया. यहां पर मामला पेचीदा हो गया. अजिंक्य रहाणे खुद भी सुनिश्चित नहीं थे कि गेंद पहले उनके हाथों से टकराई या जमीन से. उन्होंने तुरंत अंपायर को इशारा किया कि वे देख लें.

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SMAT: विवादास्पद आउट हुए वेंकटेश अय्यर

तीसरे अंपायर केएन अनंथा पद्मनाभन को बुलाया गया. रिप्ले से कोई निर्णायक जवाब नहीं मिला. आमतौर पर, जब संदेह होता है, तो फायदा बल्लेबाज को मिलता है, लेकिन इस बार फैसला गेंदबाजी करने वाले पक्ष के पक्ष में गया. अय्यर 9 गेंदों पर 17 रन बनाकर आउट हो गए, ठीक उस समय जब वह और रजत पाटीदार लय में आने लगे थे. यह विकेट खेल में एक महत्वपूर्ण क्षण था क्योंकि इसने एमपी की उभरती हुई साझेदारी को तोड़ दिया और मुंबई को फिर से आक्रामण में ला दिया.

SMAT: अंपायरिंग में दिखी कई गलतियां

बाद में इस कैच पर विवाद छिड़ गया और सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने लगा. टीवी अंपायर अनंथा पद्मनाभन को एक और मामले में माफी मांगनी पड़ी थी, जब उन्होंने मध्य प्रदेश की पारी की आखिरी गेंद को वाइड देने से इनकार कर दिया था. तब मैदानी अंपायर ने श्रेयस की गेंद को वाइड करार दिया था और रिव्यू के बाद टीवी अंपायर ने फैसले को पलट दिया था, लेकिन रजत पाटीदार अड़ गए और दुबारा देखने पर वह वाइड बॉल करार दिया गया. पद्मनाभन ने ऑन एयर माफी मांगी और फैसले को बरकरार रखा.