बीसीसीआई ने स्पष्ट कर दिया है कि कार दुर्घटना के बाद चोटिल हुए भारत के विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत की लिंगामेट की सर्जरी होगी. इससे उनका ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज और फिर आइपीएल में खेलना मुश्किल हो गया है. क्योंकि लिंगामेट की सर्जरी के बाद पंत को उबरने में डेढ़ से छह महीने लग सकते हैं. पंत को 30 दिसंबर को कार दुर्घटना में चोटें लगी थी और बुधवार को एयर एंबुलेंस से देहरादून अस्पताल से मुंबई शिफ्ट किया गया. उन्हें कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल और चिकित्सा अनुसंधान संस्थान में भर्ती कराया गया है.

घुटने में सूजन के चलते शुरू नहीं हो सका था इलाज

अस्पताल में सेंटर फॉर स्पोर्ट्स मेडिसिन के प्रमुख और ऑर्थोस्कोपी एंड शोल्डर सर्विस के निदेशक डॉ दिनशॉ पारदीवाला की सीधी निगरानी में उनका इलाज होगा. चोट के बाद ऋषभ पंत के घुटने में सूजन है, जिससे अभी तक रिपोर्ट नहीं आ सकी है कि लिंगामेट को कितना नुकसान पहुंचा है. उनके शरीर के कई हिस्सों में भी दर्द और सूजन है. लिंगामेट की सर्जरी के बाद बीसीसीआई की मेडिकल टीम की निगरानी में पंत को रखा जायेगा. इलाज के दौरान लगनेवाले सभी तरह के खर्च बीसीसीआई उठायेगा.

लिगामेंट इंजरी को लिगामेंट टियर भी कहते हैं

स्टार क्रिकेटर ऋषभ पंत को जो लिगामेंट इंजरी हुई है उसे लिगामेंट टीयर भी कहते हैं. यह एक तरह की चोट है. दरअसल, लिगामेंट फाइब्रस टिशू का एक कठोर बैंड होता है, जो दो हड्डियों को जोड़ता है. यह हड्डियों को कार्टिलेज से भी जोड़ता है. लिगामेंट काफी मजबूत होते हैं, लेकिन इसपर तेज झटका या दबाव पड़ने पर इसमें चोट आ सकती है, जिसे टियर कहते हैं. खिलाड़ियों को अक्सर इस तरह की इंजुरी हो जाती है. लिगामेंट इंजुरी टखने, घुटने, अंगूठे, गर्दन या फिर पीठ पर होती है.

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गंभीर मामलों में ही होती है सर्जरी

इस टियर का इलाज व्यक्ति की उम्र, मोच की गंभीरता और स्वास्थ्य पर निर्भर करता है. लिगामेंट टियर में दर्द काफी होता है, तो डॉक्टर आपको पेनकिलर दवाएं दे सकते हैं. अगर इंजरी घुटने पर है, तो ब्रेस पहनने की सलाह देते हैं. वहीं, सूजन को कम करने के लिए बर्फ से सिकाई फायदेमंद होती है. गंभीर मामलों में सर्जरी भी की जा सकती है. हादसे में पंत को पांच जगह चोटें आयी हैं. इनमें माथा, दाहिने हाथ की कलाई, दाहिने पैर का घुटना, टखना और अंगूठा शामिल हैं. रिकवरी में छह से 30 सप्ताह तक का समय लग सकता है.