इंडियन प्रीमियर लीग (Indian Premier League) में राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स (Rising Pune Supergiant) ने भले ही दो सीजन खेले हो पर उनका सफर काफी शानदार था. जहां 2016 में आइपीएल के 8वें धौनी की अगुवाई वाली टीम सीज़न से जहां वे लीग में अंतिम स्थान पर थें तो वहीं 2017 में स्टीव स्मिथ के नेतृत्व में फाइनल तक का सफर किया. 9वें सीजन के शुरूआत में ही राइजिंग पुणे टीम से एमएस धौनी को कप्तानी से हटाए जाने के साथ एक बहुत ही विवाद हो गया था. यह एक ऐसा कदम था जिसकी क्रिकेट समुदाय और भारतीय प्रशंसकों से काफी आलोचना हुई थी क्योंकि उस समय वह प्रतियोगिता के सबसे सफल कप्तान थे.


रोमांचक फाइनल 

बता दें कि आज ही के दिन यानी 21 मई 2017 को आइपील के इतिहास का सबसे रोमांचक फाइनल में से एक था. रोहित शर्मा की कप्‍तानी में मुंबई इंडियंस ने राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स को मात्र एक रन से हरा दिया था. रोहित शर्मा की टीम ने पुणे की टीम को एक रन से हरा कर पना तीसरा आईपीएल (IPL) खिताब पर कब्जा जमाया था. बता दें कि इस मैच में मुंबई ने 129 रन बनाए थे और इस छोटे से लक्ष्य का रोहित के दमदार लड़ाकों ने बचाव कर लिया था.

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मुंबई ने पुणे को हरा तीसरी बार जीता था खिताब 

मालूम हो कि 21 मई 2017 को, हैदराबाद के राजीव गांधी स्टेडियम में बड़ा मैच खेला गया था. टॉस जीतकर मुंबई ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. मुंबई के लिए पारी की शुरूआत काफी कठीन रही और एक-एक करके टीम विकेट खोती रही. मुंबई के पारी 14 ओवर के बाद 6 विकेट के नुकसान पर 78 रन था. क्रुणाल पांड्या ने केवल 38 गेंदों में 47 रनों की शानदार पारी खेली और मुंबई को निर्धारित 20 ओवरों में 129 के कुल स्कोर तक पहुंचाने में मदद की.

पुणे की टीम को अजिंक्‍य रहाणे ने ठोस शुरुआत दिलाई. हालांकि दूसरे ओपनर राहुल त्रिपाठी के जल्दी आउट होने के बावजूद, पुणे रहाणे और स्टीव स्मिथ के साथ दूसरे विकेट के लिए 54 रनों की ठोस साझेदारी की. पुणे की पारी के 16 ओवर के बाद जीत के लिए 33 रन बनाने थे. हालांकि, 17वें ओवर में जसप्रीत बुमराह को धोनी के आउट होने से मैच का रंग बदल गया. पुणे को अंतिम ओवर में जीत के लिए 11 रन की जरूरत थी. रोहित ने अंतिम ओवर के लिए मिशेल जॉनसन को गेंद थमाई. 20वें ओवर के अंतिम गेंद पर पुणे को जीत के लिए 4 रन चाहिए थे पर टीम दो रन ही मना सकी.