India vs Australia: टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली पर सैम कोंस्टस के साथ मैदान पर बहस के लिए गुरुवार को आईसीसी आचार संहिता के लेवल वन का उल्लंघन करने के लिए मैच फीस का 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है. कोहली को खिलाड़ियों और खिलाड़ी सहायक कर्मियों के लिए आईसीसी आचार संहिता के अनुच्छेद 2.12 का उल्लंघन करते हुए पाया गया, जो “किसी खिलाड़ी, सहायक कर्मियों, अंपायर, मैच रेफरी या किसी अन्य व्यक्ति (अंतर्राष्ट्रीय मैच के दौरान दर्शक सहित) के साथ अनुचित शारीरिक संपर्क से संबंधित है.”

विराट कोहली को मिला एक डिमेरिट अंक

मैच फीस में कटौती के अलावा, विराट कोहली के अनुशासनात्मक रिकॉर्ड में एक डिमेरिट अंक भी जोड़ा गया है. यह 24 महीने की अवधि में उनका पहला अपराध था. यह घटना ऑस्ट्रेलिया की पारी के 10वें ओवर के अंत में हुई, जब कोहली ऑस्ट्रेलिया के लिए डेब्यू करने वाले सलामी बल्लेबाज सैम कोंस्टस के पास गए और लापरवाही से बल्लेबाज से अपना कंधा टकराया.

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विराट ने मान ली अपनी गलती

विराट कोहली ने अपराध स्वीकार कर लिया है और एमिरेट्स आईसीसी एलीट पैनल के मैच रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट द्वारा प्रस्तावित दंड को स्वीकार कर लिया है. इसलिए औपचारिक सुनवाई की कोई आवश्यकता नहीं पड़ी. मैदानी अंपायर जोएल विल्सन और माइकल गॉफ, तीसरे अंपायर शारफुद्दौला इब्ने शाहिद और चौथे अंपायर शॉन क्रेग ने आरोप तय किए. लेवल वन उल्लंघन के लिए न्यूनतम दंड के रूप में आधिकारिक फटकार, अधिकतम दंड के रूप में खिलाड़ी की मैच फीस का 50 प्रतिशत और एक या दो डिमेरिट अंक दिए जाते हैं.

क्या होता है डिमेरिट अंक

जब कोई खिलाड़ी 24 महीने की अवधि में चार या उससे अधिक डिमेरिट अंक हासिल करता है तो उन्हें निलंबन अंक में बदल दिया जाता है. इसके बाद खिलाड़ी पर प्रतिबंध लगा दिया जाता है. दो निलंबन अंक एक टेस्ट या दो वनडे या दो टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों से प्रतिबंध के बराबर होते हैं, जो भी खिलाड़ी के लिए पहले हो. डिमेरिट अंक खिलाड़ी या सहायक कार्मिक के अनुशासनात्मक रिकॉर्ड में 24 महीने की अवधि तक बने रहेंगे, इसके बाद उन्हें हटा दिया जाता है.