ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट में नागपुर की पिच से पहले दिन कोई खास टर्न नहीं मिली, लेकिन फिर भी ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने पांच महत्वपूर्ण विकेट चटकाये. जडेजा को चतुराई से क्रीज का इस्तेमाल किया और बल्लेबाजों को चकमा दिया. जडेजा ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी करते हुए 47 रन देकर पांच विकेट लिये. इनमें मार्नस लाबुशेन और स्टीव स्मिथ के कीमती विकेट शामिल थे. ऑस्ट्रेलियाई टीम बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के पहले मैच के पहले दिन पहली पारी में 177 रन ही बना सकी.

जडेजा ने किया क्रीज का इस्तेमाल

रवींद्र जडेजा ने पहले दिन के खेल के बाद कहा कि यह टर्निंग पिच नहीं थी. दूसरी पिचों की तुलना में यह धीमी थी और उछाल भी कम था. जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ेगा, इस पर लक्ष्य का पीछा करना मुश्किल होगा लेकिन टेस्ट क्रिकेट में ऐसा ही होता है. उन्होंने कहा कि मैंने क्रीज का इस्तेमाल किया क्योंकि हर गेंद टर्न नहीं हो रही थी. उछाल भी धीमी थी तो मैंने बल्लेबाजों को दुविधा में डाला.

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अलग-अलग कोण से की गेंदबाजी

जडेजा ने कहा कि मैं क्रीज से बाहर की तरफ निकलकर और स्टम्प के पास गेंद डाल रहा था. ऐसे में बल्लेबाज के बाहर निकलकर खेलने पर विकेट मिलने की संभावना रहती है. लाबुशेन और स्मिथ ने यही गलती की. उन्होंने कहा कि उनकी मंशा यह थी कि ऑस्ट्रेलियाई इसी गफलत में रहें कि कौन सी गेंद टर्न होती और कौन सी सीधी पड़ेगी. उन्होंने कहा कि विकेट से स्वाभाविक विविधता मिल रही थी लेकिन मैंने भी अलग-अलग कोण आजमाये.


रणजी मैच में जडेजा ने एक पारी में लिये थे 7 विकेट

जडेजा ने पिछले महीने तमिलनाडु के खिलाफ सौराष्ट्र के लिए रणजी ट्रॉफी मैच खेलकर दूसरी पारी के सात विकेट लिये थे. उन्होंने कहा कि मैंने आज अच्छी लय से गेंदबाजी की. गेंद मेरे हाथ में अच्छे से आ रही थी और लैंग्थ भी सटीक थी. मैंने स्टम्प पर गेंदबाजी की कोशिश की. जडेजा ने कहा कि स्मिथ और लाबुशेन की साझेदारी तोड़ना उनके जेहन में था. उन्होंने कहा कि वे रन बनाने की कोशिश में थे और स्ट्राइक रोटेट करना आसान नहीं था. वे अलग अलग चीजें आजमा रहे थे. पिच से टर्न मिल नहीं रहा था और मुझे अनुशासित गेंदबाजी करनी थी ताकि इस साझेदारी को तोड़ सकूं.