टीम इंडिया ने गाबा में ऑस्ट्रेलियाई टीम को रौंदकर न केवल चौथे टेस्ट में शानदार जीत दर्ज की, बल्कि शृंखला भी अपने नाम कर लिया. जीत के बाद देश-दुनिया के पूर्व क्रिकेटरों ने टीम इंडिया की जमकर तारीफ की है. लेकिन ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग टीम इंडिया की जीत पर हैरान हैं. उन्हें ये समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर टीम इंडिया की ए टीम ने ऑस्ट्रेलिया को कैसे हरा दिया?

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ‘स्तब्ध’ हैं और समझ नहीं पा रहे कि कैसे भारत की ‘ए टीम ‘ ने ऑस्ट्रेलिया को उसकी धरती पर हरा दिया हालांकि उन्होंने स्वीकार किया कि भारतीय टीम जीत की हकदार थी. चोटों की समस्या से जूझ रही भारतीय टीम ने अपने कई प्रमुख खिलाड़ियों के बिना गाबा में चौथे और अंतिम टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया को तीन विकेट से हराकर शृंखला जीती.

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उसने एडीलेड में अपने न्यूनतम स्कोर 36 रन पर आउट होने के बाद यह शानदार वापसी की. पोंटिंग ने कहा, मैं स्तब्ध हूं कि ऑस्ट्रेलिया यह शूंखला नहीं जीत सकी. यह तो भारत की ए टीम थी और फिर भी इसने मैच जीत लिया.

उन्होंने कहा, भारतीय टीम पिछले पांच या छह सप्ताह में जिन हालात से गुजरी है. कप्तान स्वदेश लौट गया और खिलाड़ियों की चोटों के बीच वे पूरी मजबूत टीम नहीं उतार सके. ऑस्ट्रेलिया तो पूरी मजबूत टीम के साथ खेला था , बस शुरुआत में डेविड वॉर्नर नहीं खेल पाये थे.

उन्होंने कहा, यह भारत की दूसरी चुनी हुई टीम भी नहीं थी क्योंकि इसमें भुवनेश्वर कुमार या ईशांत शर्मा भी नहीं थे. रोहित शर्मा भी आखिरी दो टेस्ट मैंचों में ही खेले. पोंटिंग ने कहा, उन्होंने शानदार क्रिकेट खेली. टेस्ट मैच के सभी निर्णायक मौकों को भुनाया जो ऑस्ट्रेलिया नहीं कर सका. दोनों टीमों में यही फर्क था. भारत इस जीत का हकदार था.

गौरतलब है कि शुभमन गिल और ऋषभ पंत की शानदार अर्धशतकीय पारियों के दम पर भारत ने चौथे और अंतिम टेस्ट क्रिकेट मैच में तीन विकेट से ऐतिहासिक जीत दर्ज करके शूंखला अपने नाम करने के साथ ऑस्ट्रेलिया की गाबा में 32 वर्षों से चली आ रही बादशाहत भी खत्म कर दी.

भारत ने एडीलेड में पहला टेस्ट मैच गंवाने के बाद शानदार वापसी की और ऑस्ट्रेलिया को उसकी सरजमीं पर लगातार दूसरी बार शूंखला में 2-1 से हराकर बोर्डर-गावस्कर ट्रॉफी अपने पास बरकरार रखी.

भारत ने यह जीत तब दर्ज की जबकि उसके कई शीर्ष खिलाड़ी चोटिल होने या अन्य कारणों से टीम में नहीं थे. शुभमन गिल शतक से चूक गये लेकिन उन्होंने 91 रन की प्रवाहमय पारी खेली जबकि पंत ने आक्रामकता और रक्षण की अच्छी मिसाल पेश करके नाबाद 89 रन बनाये. भारत के सामने 328 रन का लक्ष्य था और उसने सात विकेट पर 329 रन बनाकर गाबा में अपनी पहली जीत दर्ज की.

Posted By – Arbind kumar mishra