पुनपुन अंतरराष्ट्रीय पितृपक्ष मेला आज से, तैयारी पूरी, पितृपक्ष में इन बातों का रखें ध्यान

मसौढ़ी : पुनपुन नदी घाट पर लगनेवाले अंतरराष्ट्रीय पितृपक्ष मेले का उद्घाटन मंगलवार को पर्यटन मंत्री प्रमोद कुमार करेंगे. इसके साथ ही भाद्रपक्ष की पूर्णिमा से आश्विन मास की अमावस्या तक चलनेवाले इस पंद्रह दिवसीय मेले का भी शुभारंभ हो जायेगा.जिला प्रशासन द्वारा मेले की तैयारी पूरी कर ली गयी है. गौरतलब है कि इस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 5, 2017 6:52 AM
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मसौढ़ी : पुनपुन नदी घाट पर लगनेवाले अंतरराष्ट्रीय पितृपक्ष मेले का उद्घाटन मंगलवार को पर्यटन मंत्री प्रमोद कुमार करेंगे. इसके साथ ही भाद्रपक्ष की पूर्णिमा से आश्विन मास की अमावस्या तक चलनेवाले इस पंद्रह दिवसीय मेले का भी शुभारंभ हो जायेगा.जिला प्रशासन द्वारा मेले की तैयारी पूरी कर ली गयी है. गौरतलब है कि इस वर्ष पांच से 20 सितंबर तक पितृपक्ष मेला का आयोजन होगा. इस मेले में देश ही नहीं, विदेश से भी श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं .
सनातन धर्मवालों के लिए यह बड़ा ही महत्वपूर्ण माना गया है. पुनपुन में युगों से पिंडदान, श्राद्ध और तर्पण का कार्य होते चला आ रहा है. इस वजह से हिंदू धर्मावलंबियों के लिए यह भूमि पूजनीय मानी गयी है . यही कारण है कि प्रत्येक वर्ष लाखों तीर्थयात्री पिंडदान कर अपने पितरों एवं पूर्वजों को भवबंधन से मुक्ति प्राप्त कर मोक्ष की प्राप्ति करते हैं .इसी वजह से पुनपुन पिंडदानियों के लिए महत्वपूर्ण द्वार माना जाता है .
आदि गंगा पुनपुन पिंडदानियों के लिए बड़ा ही महात्म का स्थल माना गया है. आदि गंगा (गंगा की बहन) सूरसरि गंगा से भी ज्यादा महत्व पुनपुन का माना गया है .पंडा तारणि मिश्र ने बताया कि पौराणिक कथा के अनुसार आदौ तु गोमती गंगा , द्वितीय चः पुनः पुनः , तृतीय कथिता रेखाः चतुर्थी जाह्नवी मतः. इसकी चर्चा रामायण, महाभारत और वेदपुराण में भी की गयी है .जहां अध्यात्म के अनुसार पुनपुन नदी में पहला पिंडदान भगवान रामचंद्र ने किया, तब से यह परंपरा चली आ रही है.
पुनपुन घाट पर पर्यटन मंत्री करेंगे उद्घाटन, 20 सितंबर तक चलेगा मेला
पितृपक्ष में इन बातों का रखें ध्यान
पटना : पितृपक्ष सात सितंबर से शुरू हो रहा है. बुधवार 12.06 मिनट से महालया शुरू हो रहा है और यह 20 सितंबर के सुबह 10.22 बजे तक चलेगा. इस दौरान जिनके भी माता- पिता और सास- ससुर जीवित हैं उन्हें सोचने की दरकार नहीं है.
यदि कोई इस दुनिया में नहीं हैं, तो उन्हें तर्पण करना अनिवार्य होता है. श्रीपति त्रिपाठी कहते हैं कि जिन्हें श्राद्ध करना है उन्हें इन बातों का ख्याल रखना चाहिए.
ब्रह्यचर्य का पालन करें
मांस-मदिरा का सेवन नहीं करें.
चना, मसूर, सरसो साग, सत्तू, जीरा, मूली, काला नमक, लौकी, खीरा एवं बासी भोजन नहीं करें
यदि पितरों का तर्पण कर रहे हैं तो गया या प्रयाग जाकर करें.
यदि यह संभव नहीं तो खुद के घर पर करें, किराये के घर में नहीं करें.
पूरे पक्ष के दौरान घर पर आये किसी भी व्यक्ति का निरादर नहीं करें, भगाए नहीं.
आज से पुनपुन घाट हॉल्ट पर चार जोड़ी ट्रेनों का अस्थायी ठहराव
पटना : पितृ पक्ष मेले के दौरान श्रद्धालु की भीड़ बढ़ जाती है. इनकी सुविधा को देखते हुए पूर्व मध्य रेल प्रशासन ने चार जोड़ी एक्सप्रेस ट्रेनों का पुनपुन घाट हाॅल्ट पर अस्थायी ठहराव का निर्णय लिया है.
पूर्व मध्य रेल का यह निर्णय मंगलवार से लागू हो जायेगा और 20 सितंबर तक दो-दो मिनट ट्रेन रुकेगी. ट्रेन संख्या 18625/18626 पटना-हटिया-पटना एक्सप्रेस, 18623/18624 राजेंद्र नगर-हटिया-राजेंद्र नगर एक्सप्रेस, 13243/13244 पटना-सासाराम-पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस और 13347/13348 पलामू एक्सप्रेस का पुनपुन घाट हाल्ट पर दो-दो मिनट का ठहराव सुनिश्चित किया गया है.
पूर्व मध्य रेल के सीपीआरओ राजेश कुमार ने यह जानकारी दी. इसके साथ ही अनुग्रह नारायण रोड और चिरैला पौथू के बीच अनुग्रह नारायण रोड स्नान घाट पर भी पांच जोड़ी सवारी ट्रेनों का मंगलवार से 20 सितंबर तक दो-दो मिनट का अस्थायी ठहराव निर्धारित किया गया है.
इनमें ट्रेन संख्या 63295/63296 मुगलसराय-गया-मुगलसराय, 63291/63292 गया-डेहरी ऑन सोन-मुगलसराय, 63289/63290 गया-डेहरी ऑन सोन-गया, 53363/53364 गया-डेहरी ऑन सोन-गया और 63553/63554 आसनसोल-वाराणसी-आसनसोल सवारी गाड़ी शामिल हैं.
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