सारी समस्याओं की जड़ देश के राजनीतिक दल ही हैं. इनमें देशभक्ति की होड़ मची रहती है. नोटबंदी और कैशलेस भारत को भाजपा देश का अब तक का सबसे बड़ा काम बता रही है.
वहीं कांग्रेस इसे जनता के लिए दुखदायी फैसला बता रही है. इन सबसे अलग मीडिया कहां है? जनता के साथ कौन खड़ा है? शायद कोई नहीं. मीडिया को सरकार की आंखें खोलनी चाहिए. राजनीतिक दलों को रैली और जुलूस में तो ग्रामीणों की याद आती है, पर फैसला वे शहरवासियों को ध्यान में रखकर लेते हैं. मीडिया टीआरपी के पीछे भाग रही है और राजनीतिक दल आपस में तू-तू मैं-मैं कर रहे हैं और ग्रामीण भारत कराह रही है.
राजन राज, रांची