सड़क हैं या मौत के कुएं
आज चारो तरफ जोर-शोर से चर्चा की जा रही है कि जमशेदपुर में मानगो का विकास तेजी से हो रहा है. अगर इस विकास पैमाना तय करना हो, तो चूनाशाह, जो गांधी मैदान के पूरब तरफ है, कोई आ कर देख ले. यहां पर हालत यह है कि स्थानीय लोग रास्ते पर गिर-पड़ कर अपने […]
आज चारो तरफ जोर-शोर से चर्चा की जा रही है कि जमशेदपुर में मानगो का विकास तेजी से हो रहा है. अगर इस विकास पैमाना तय करना हो, तो चूनाशाह, जो गांधी मैदान के पूरब तरफ है, कोई आ कर देख ले.
यहां पर हालत यह है कि स्थानीय लोग रास्ते पर गिर-पड़ कर अपने हाथ-पैर तक तुड़वा चुके हैं. कभी-कभी तो ऐसा आभास होने लगता है कि यहां आदमी नहीं किसी और ग्रह के लोग रहते हैं, जिन्हें शायद रास्ते की जरूरत ही नहीं पड़ती.
मेरी फरियाद है कि चूनाशाह कॉलोनी के स्थानीय लोगों कि फरियाद संबंधित अधिकारियों, चाहे वह मानगो का निकाय हो या इस क्षेत्र के एमएलए या एमपी हों, इस क्षेत्र पर भी अपनी कृपा दृष्टि डालें और यहां के रास्तों को कम-से-कम इस हद तक मरम्मत करा दें कि इन पर चला जा सके.
-इए खान, चूनाशाह