17.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

नीतीश के सामने चुनौतियां अनेक

Advertisement

काफी दिनों तक चलनेवाली राजनैतिक उठा-पटक के बाद आखिरकार नीतीश कुमार फिर से बिहार के मुख्यमंत्री पद पर आसीन हो गये हैं. उन्होंने मौजूदा सरकार में दूसरी बार और अब तक चौथी बार बिहार राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है. राजेंद्र मंडप में राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी के शपथ दिलवाते ही बिहार में एक […]

Audio Book

ऑडियो सुनें

काफी दिनों तक चलनेवाली राजनैतिक उठा-पटक के बाद आखिरकार नीतीश कुमार फिर से बिहार के मुख्यमंत्री पद पर आसीन हो गये हैं. उन्होंने मौजूदा सरकार में दूसरी बार और अब तक चौथी बार बिहार राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है. राजेंद्र मंडप में राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी के शपथ दिलवाते ही बिहार में एक नया राजनैतिक परिदृश्य शुरू हो गया.

- Advertisement -

नीतीश कुमार अपने नये साथियों के साथ विधानसभा की ओर चल पड़े हैं. इसी के साथ नीतीश कुमार को एक फिर उनके विकास के एजेंडे को आगे बढ़ाने का मौका मिला है. कुछ ही महीनों में बिहार में विधानसभा चुनाव होने हैं. इस लिहाज से भी उनका यह कार्यकाल बहुत ही महत्वपूर्ण होगा. इन नौ महीनों में उन्हें वही सुशासन की राजनीति करनी होगी, जिसकी बदौलत वह इतने दिनों तक बिहार की राजनीति के केंद्र बिंदु बने रहे.

नीतीश के लिए चुनौती यह भी है कि वे जदयू, राजद और कांग्रेस के महागंठबंधन की साख को भी बनाये रखें और सुशासन की छवि को भी. यह कार्य इस बार उनके लिए थोड़ा मुश्किल भरा जरूर होगा, क्योंकि पिछले नौ सालों से वे जो लगातार दावा कर रहे थे कि उन्होंने लालू यादव के जंगलराज को खत्म कर बिहार को विकास के रास्ते पर वापस ला दिया है, आज राजनीतिक फायदे के लिए वो उसी जंगलराज की गोद में जाकर क्यों बैठ गये? सवाल यह भी उठता है कि अगर वे सत्ता में दोबारा वापस आते हैं, तो क्या वे उसी प्रकार से स्वतंत्र फैसले ले सकेंगे, जैसा कि वे पहले कार्यकाल में लिया करते थे. आज वे भले ही चौथी बार मुख्यमंत्री पद पर आसीन हुए हैं, लेकिन उनके सामने चुनौतियां अनेक हैं. इन चुनौतियों से पार पाने के बाद ही उनके राजनीतिक भविष्य का फैसला होगा.

विवेकानंद विमल, पाथरोल, मधुपुर

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें