‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
वाघ बकरी चाय समूह के शीर्ष कार्यकारी पराग देसाई की रविवार को मौत हो गई, वे सिर्फ 49 साल के थे. जानकारी के अनुसार 15 अक्टूबर को उनके घर के बाहर कुछ आवारा कुत्तों ने उनपर हमला कर दिया था, जिसमें वे बुरी तरह घायल हो गए थे और अस्पताल में भर्ती थे. अहमदाबाद मिरर में छपी खबर के अनुसार 15 अक्टूबर को उन पर आवारा कुत्तों ने हमला किया था. इस दुर्घटना में उन्हें गंभीर चोटें आई थीं. उनके आवास पर सुरक्षा में तैनात गार्ड ने इस बारे में उनके परिवार वालों को सूचित किया, तब जाकर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया.
एक सप्ताह से अस्पताल में भरती थे
शेल्बी अस्पताल में एक दिन रखने के बाद, पराग देसाई को सर्जरी के लिए जाइडस अस्पताल भेज दिया गया था. जहां वे पिछले एक सप्ताह से इलाजरत थे और रविवार को उनकी मौत ब्रेन हैमरेज की वजह से हो गई. पराग देसाई वाघ बकरी चाय समूह के प्रबंध निदेशक रसेश देसाई के पुत्र थे. उनके परिवार में उनकी पत्नी विदिशा और बेटी परीशा हैं. पराग देसाई ने अमेरिका से एमबीए किया था. वे मार्केटिंग और सेल्स का काम देखते थे.
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आवारा कुत्तों के आतंक से परेशानी
आवारा कुत्तों के आतंक से देश में कई जगह पर लोगों को परेशानी हुई है. दिल्ली एनसीआर में कई जगहों पर इनकी वजह से लोगों की जान गई है. दिल्ली के बसंत कुंज इलाके में दो भाइयों को कुत्तों ने नोंच खाया था. वहीं मध्यप्रदेश में एक महिला पर आवारा कुत्तों ने हमला किया था, जिससे उसकी मौत हो गई थी. सुप्रीम कोर्ट भी आवारा कुत्तों की मौत पर चिंता जता चुका है.