Sindhu Border Murder Case सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन के मंच के पास हुई युवक की हत्या की घटना पर भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने रविवार को अपनी प्रतिक्रिया देते हुए सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है. किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि ये जो भी षड्यंत्र है, वो पूर्ण रूप से सरकार की देन है. राकेश टिकैत ने कहा कि जो घटना हुई है, इसका किसान आंदोलन से कोई संबंध नहीं है.

न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सिंधु बॉर्डर हत्याकांड के पीछे जो भी साजिश रची गई, उसके पीछे सरकार का हाथ है. राकेश टिकैत ने कहा कि माहौल खराब करने के इरादे से यह जानबूझकर करवाया गया है. उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन में निहंग सिखों की अभी जरूरत नहीं है. जब जरुरत होगी, तब इनको बुलाए लेंगे. राकेश टिकैत ने कहा कि घटना को लेकर सभी को जानकारी थी और ये घटना करवाया गया है.

बता दें कि दिल्ली-हरियाणा के सिंघु बॉर्डर पर किसानों के प्रदर्शन स्थल पर एक शख्स की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. इस मामले में शनिवार को तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था. इस सभी को आज सोनीपत कोर्ट में पेश किया गया. जहां से इन्हें छह दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा दिया गया है. इस मामले में शनिवार रात को पुलिस ने सिंघु बॉर्डर से दो आरोपी भगवंत सिंह और गोविंद प्रीत सिंह को हिरासत में लिया था, जबकि शनिवार शाम अमृतसर से एक आरोपी नारायण सिंह को पकड़ा गया था.

वहीं, इस मामले में शुक्रवार को पहला आरोपी सरबजीत सिंह को गिरफ्तार किया गया था. सरबजीत को शनिवार को सात दिनों की पुलिस रिमांड में भेज दिया गया है. सोनीपत पुलिस ने कोर्ट में ये खुलासा किया था कि आरोपी सरबजीत से पूछताछ में चार नाम सामने आए थे, जो इस वारदात में शामिल थे. इसके अलावा सरबजीत सिंह ने पूछताछ में पुलिस को ये भी बताया था कि अन्य लोग जो इस वारदात में शामिल हैं, उन्हें वह चेहरे से पहचानता है.

उल्लेखनीय है कि पंजाब के तरनतारन जिले के मजदूर लखबीर सिंह का शव शुक्रवार को सिंघु बॉर्ड पर एक बैरिकेड से बंधा हुआ पाया गया था, जहां नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे लोग डेरा डाले हुए हैं. लखबीर सिंह का एक हाथ कटा हुआ था और शरीर पर धारदार हथियारों के कई घाव के निशान पाए गए थे.

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