महाराष्ट्र में राजनीति सरगर्मी तेज हो गई है. एनसीपी में नाम और पार्टी चुनाव चिह्न की लड़ाई में बड़ा अपडेट सामने आया है. निर्वाचन आयोग ने शरद पवार के नेतृत्व वाली पार्टी के लिए ‘राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-शरदचंद्र पवार’ नाम आवंटित किया. मालूम हो चुनाव आयोग ने मंगलवार को अजित पवार गुट को एनसीपी का नाम और चुनाव चिह्न दे दिया और शरद गुट से पार्टी के लिए तीन नाम मांगे थे.

चुनाव आयोग ने अजित पवार गुट को माना असली एनसीपी

गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने मंगलवार को अजित पवार गुट को असली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) बताते हुए अपना फैसला सुनाया. आयोग ने अजित पवार के नेतृत्व वाले समूह को एनसीपी का चुनाव चिह्न ‘घड़ी’ भी आवंटित कर दिया. चुनाव निकाय ने 140 पेज के आदेश में कहा कि इस आयोग का मानना ​​​​है कि अजित पवार के नेतृत्व वाला गुट राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) है और वह इसका नाम तथा चुनाव चिह्न घड़ी का उपयोग करने का हकदार है.

अजित पवार ने चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत किया

चुनाव आयोग के फैसले पर खुशी जताते हुए महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने ‘एक्स’ पर कहा, हमारे वकीलों द्वारा प्रस्तुत पक्ष को सुनने के बाद निर्वाचन आयोग द्वारा दिए गए फैसले को हम विनम्रतापूर्वक स्वीकार करते हैं. अजित पवार का साथ दे रहे राकांपा के कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने कहा, हम इस बात पर संतोष व्यक्त करते हैं कि मामला अब सुलझ गया है. निर्वाचन आयोग ने एक विस्तृत आदेश जारी किया है. अब कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए.

शरद पवार गुट ने चुनाव आयोग के फैसले का लोकतंत्र की हत्या करार दिया

शरद पवार गुट ने निर्वाचन आयोग के फैसले को लोकतंत्र की हत्या करार दिया. अनिल देशमुख ने कहा, यह लोकतंत्र की हत्या है. जो हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण है. शरद पवार गुट की नेता सुप्रिया सुले ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, हम अगले 48 घंटों में सुप्रीम कोर्ट जा रहे हैं.