‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
Self Help Group: महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए प्रधानमंत्री लखपति दीदी बनाने को प्राथमिकता दे रहा है. महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए महिला स्वयं सहायता समूहों को आगे बढ़ाने का काम किया जा रहा है. प्रधानमंत्री 25 अगस्त को 2500 करोड़ रुपये का रिवॉल्विंग फंड: सामुदायिक निवेश फंड जारी करेंगे. इस फंड से 4.3 लाख स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के लगभग 48 लाख सदस्यों को लाभ मिलने की संभावना है. साथ ही प्रधानमंत्री 5000 करोड़ रुपये का बैंक ऋण जारी करेंगे जिससे 235400 स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के 25.8 लाख सदस्यों को लाभ मिलेगा. प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की जानकारी देते हुए केंद्रीय ग्रामीण विकास व कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इस कार्यक्रम में लखपति दीदियों को प्रमाण पत्र दिये जायेंगे. देशभर में 34 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेश की राजधानियों में लगभग 30000 स्थानों से लखपति दीदी वर्चुअल माध्यम से कार्यक्रम से जुड़ेंगी.
तीन साल में तीन करोड़ लखपति दीदी बनाने का है लक्ष्य
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि लखपति दीदियां सालाना एक लाख रुपये या उससे अधिक कमाती है. लखपति दीदियों ने न सिर्फ अपने परिवार को गरीबी से बाहर निकाला है, बल्कि समाज के लिए भी आदर्श बन रही हैं. देश में एक करोड़ लखपति दीदियां बना चुकी है और सरकार का लक्ष्य अगले 3 सालों में 3 करोड़ लखपति दीदी तैयार करना है. स्वयं सहायता समूह के कारण 95 लाख लखपति दीदी तैयार हुई हैं. ग्रामीण विकास मंत्रालय ने स्वयं सहायता समूहों के परिवारों को एक लाख रुपये या उससे अधिक की आय हासिल करने में सक्षम बनाने के लिए एक प्रक्रिया तैयार की है. हर राज्य में मास्टर प्रशिक्षकों को तैयार कर महिलाओं को सशक्त बनाने का काम किया जा रहा है. अगर राज्यों की बात करें तो इस कार्यक्रम में बिहार से 1.81 लाख, झारखंड से 50640, पश्चिम बंगाल से 1.70 लाख लखपति दीदी शामिल होंगी.