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नयी दिल्ली /भोपाल : मध्य प्रदेश विधानसभा से इस्तीफा देकर कमलनाथ सरकार को गिराने वाले कांग्रेस के 22 बागी विधायक शनिवार को भाजपा में शामिल हो गये. भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने यह जानकारी दी. ये बागी विधायक ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा से मिले जिन्होंने भगवा पार्टी में शामिल होने के उनके फैसले का स्वागत किया.
ऐसी संभावना है कि भाजपा उनके इस्तीफे के बाद होने वाले विधानसभा उपचुनाव में उन्हें चुनाव मैदान में उतारे. सिंधिया समर्थक समझे जाने वाले इन विधायकों ने नड्डा से उनके निवास स्थान पर भेंट की.
इस मौके पर विजयवर्गीय भी मौजूद थे. विधानसभा अध्यक्ष ने इन बागी विधायकों में से 16 का इस्तीफा बृहस्पतिवार को स्वीकार कर लिया था. ऐसे में जब स्पष्ट हो गया कि कमलनाथ सरकार अपना बहुमत गंवा बैठा है तो उसके अगले दिन मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस्तीफे की घोषणा कर दी.
विधानसभा अध्यक्ष उनमें से छह का इस्तीफा पहले ही स्वीकार कर चुके थे. पूर्व केंद्रीय मंत्री सिंधिया हाल ही कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गये थे. ऐसी संभावना है कि भाजपा मध्यप्रदेश में सरकार बनाने का दावा कर सकती है. कोरोना वायरस से उत्पन्न संकट के खत्म हो जाने के बाद चुनाव आयोग उपचुनाव की तारीखों की घोषणा करेगा.
गौरतलब है कमलनाथ ने मध्यप्रदेश में सत्ता के लिए 18 दिन तक चले सियासी उठा-पटक के बाद मुख्यमंत्री पद से शुक्रवार को इस्तीफा दिया. कमलनाथ के इस्तीफे के बाद भाजपा लगातार सरकार बनाने के लिए प्रयासरत है.
क्या है मौजूदा हालात, किसके पास कितनी सीटें
मध्यप्रदेश विधानसभा में कुल 230 सीटें हैं. इनमें से दो विधायकों (एक कांग्रेस एवं एक भाजपा) के निधन हो जाने से वर्तमान में दो खाली हैं, जबकि कांग्रेस के 22 बागी विधायकों के इस्तीफे मंजूर हो चुके हैं. इस प्रकार इस समय केवल 206 विधायक ही रह गये हैं. इनमें से भारतीय जनता पार्टी के सदस्यों की संख्या 107 है, जबकि कांग्रेस के 92 विधायक हैं. इनके अलावा चार निर्दलीय, दो बसपा एवं एक सपा विधायक है. इस समय बहुमत का जादुई आंकड़ा 104 है, जो भाजपा के पास है.