‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
Rajasthan : पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने सोमवार को केंद्र सरकार से मांग की कि वह फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य को लेकर कानून बनाए. पायलट परबतसर (नागौर) में किसान सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि हम केंद्र सरकार से फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानून बनाने की मांग करते हैं. उन्होंने कहा,‘‘अगर देश का किसान और नौजवान संगठित हो गया तो वह हर उस ताकत को … जो तोड़ना चाहती है, अफवाह फैलाना चाहती और झूठ बोलकर सत्ता में आना चाहती है… उसे परास्त कर देगा.’’
सुनिश्चित करने किसान अधिकार
— Sachin Pilot (@SachinPilot) January 16, 2023
नागौर में अन्नदाताओं को नमस्कार! pic.twitter.com/yveqY6b6eV
पायलट ने कहा कि जाति, बिरादरी, धर्म, भाषा, प्रांत के नाम पर हो रही राजनीति के जहर को केवल दो कौमें ही तोड़ सकती हैं, एक है जवानी और दूसरी है किसानी. यहां जारी बयान के अनुसार पायलट ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था, लेकिन केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार ने तीन काले कृषि कानून बनाकर किसानों की कमर तोड़ने का काम किया पर किसानों ने आंदोलन कर सरकार को झुका दिया.
भर्ती परीक्षाओं के मुद्दे पर पायलट ने कहा, ‘परीक्षा रद्द होती है तो मन में एक पीड़ा होती है’भर्ती परीक्षाओं के मुद्दे पर पायलट ने कहा कि जब परीक्षाओं का पर्चा लीक होता है, परीक्षा रद्द होती है तो मन में एक पीड़ा होती है, क्योंकि हमारे किसान भाइयों के बच्चे, नौजवान वर्षों तक इंतजार करते हैं. पायलट ने कहा कि नौजवानों में विश्वास पैदा करने के लिए सरकार को छोटे-मोटे लोगों को छोड़कर बड़े और जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई करनी चाहिए.
Also Read: Rajasthan Paper Leak Case: मास्टरमाइंड समेत 55 गिरफ्तार, जानें कैसे हुआ था पेपर लीक पायलट का अगले दो दिन बीकानेर व हनुमानगढ़ सहित कई जगहों पर कार्यक्रमकिसान सम्मेलन में राज्य सरकार में मंत्री हेमाराम चौधरी, परबतसर से विधायक रामनिवास गावड़िया, दांतारामगढ़ विधायक वीरेन्द्र सिंह चौधरी, लाडनूं विधायक मुकेश भाकर भी मौजूद थे. इससे पहले जयपुर से परबतसर जाते समय बगरू, पडासोली व दूदू में अनेक जगह कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया. उल्लेखनीय है कि पायलट का अगले दो दिन बीकानेर व हनुमानगढ़ सहित कई जगह किसान सम्मेलन करने व आम लोगों से मिलने का कार्यक्रम है.