‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
राजस्थान में विधानसभा चुनाव के मतदान के बाद नेता अपनी अपनी पार्टी को लेकर दावे कर रहे हैं. फिलहाल उम्मीदवारों की किस्मत इवीएम में कैद है. अब बस लोगों को इंतजार तीन दिसंबर का है जब वोटों की गिनती की जाएगी. भारत निर्वाचन आयोग के अनुसार राजस्थान में 74.13% मतदान दर्ज किया गया है. आपको बता दें कि राजस्थान में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच है. दोनों ही पार्टियों के नेताओं ने अपनी-अपनी पार्टी को जनादेश मिलने की उम्मीद जताई है. प्रदेश के ट्रेंड की बात करें तो यहां जनता हर पांच साल में सरकार बदल देती है लेकिन इस बार कांग्रेस को उम्मीद है कि सीएम अशोक गहलोत के द्वारा जनता के लिए किये गये कामों का लाभ पार्टी को मिलेगा और ट्रेंड इस बार चेंज होगा. यानी एक बार फिर सूबे में कांग्रेस की सरकार बनेगी. देखें किस पार्टी के नेता ने क्या कहा…