कांग्रेस नेता राहुल गांधी अमेरिका के दौरे पर हैं, जहां उन्होंने आज प्रवासी भारतीयों को संबोधित किया. राहुल गांधी के ताजा बयान काफी सुर्खियों में हैं. भारतीय मुसलमानों को लेकर राहुल गांधी ने कहा की उनकी हालत दलितों की तरह है. राहुल ने कहा, आज भारत में जो मुसलमानों के साथ हो रहा है, वैसा दलितों के साथ 80 के दशक में होता था. उन्होंने कहा कि इस चुनौती से लड़ना होगा. खास बात है कि भारत में 80 के दशक में दिवंगत इंदिरा गांधी की अगुवाई वाली कांग्रेस की ही सरकार थी.


‘मोहब्बत की दुकान’ कार्यक्रम में बोले राहुल 

संयुक्त राज्य अमेरिका में सैन फ्रांसिस्को में ‘मोहब्बत की दुकान’ कार्यक्रम में बोलते हुए, राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के कुछ कार्यों का प्रभाव अल्पसंख्यकों और दलित और आदिवासी समुदाय के लोगों द्वारा महसूस किया जा रहा है. इधर राहुल गांधी का समर्थन करते हुए मलिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा, क्या आपको नहीं लगता कि अल्पसंख्यक, दलित और आदिवासी अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं? अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़े और अल्पसंख्यक सभी देश में दूसरे दर्जे के नागरिक की तरह महसूस कर रहे हैं?

“पांच लोगों के पास लाखों करोड़ रुपये” आर्थिक असमानता पर बोले राहुल 

कार्यक्रम के दौरान, राहुल गांधी ने “आर्थिक असमानता” के बारे में भी बात की और कहा कि जहां कुछ लोगों को गुज़ारा करना मुश्किल हो रहा था, वहीं “पांच लोगों के पास लाखों करोड़ रुपये” हैं. कांग्रेस नेता ने कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार के दौरान की गई जातिगत जनगणना, मनरेगा और कांग्रेस द्वारा प्रस्तावित न्याय (न्यूनतम आय योजना) के बारे में बात की.

जातिगत जनगणना पर राहुल का बयान 

राहुल ने कहा, “जब हम सत्ता में थे, हमने जातिगत जनगणना की थी. विचार समाज का एक्स-रे लेने का था. क्योंकि सटीक जनसांख्यिकीय को समझे बिना और कौन कौन है, सत्ता को प्रभावी ढंग से वितरित करना बहुत मुश्किल है. हम रहे हैं बीजेपी से जातिगत जनगणना के आंकड़े जारी करने को कह रहे हैं और वे निश्चित रूप से ऐसा नहीं कर रहे हैं. जब हम सत्ता में आएंगे तो हम ऐसा करेंगे.’ “हम भारत को एक उचित जगह बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. हम गहराई से समझते हैं कि दलितों, आदिवासियों, गरीबों और अल्पसंख्यकों के साथ व्यवहार के मामले में भारत आज एक उचित जगह नहीं है. और कई चीजें हैं जो की जा सकती हैं. न्याय योजना कि हमने प्रस्तावित किया, मनरेगा, शिक्षा और स्वास्थ्य देखभाल खर्च में वृद्धि, ये सभी चीजें की जा सकती हैं”.

मोदी सरकार पर राहुल का हमला 

नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि वह मूल्य वृद्धि, बेरोजगारी और असमानता के मुद्दों पर चर्चा नहीं करना नहीं चाहते सिर्फ ध्यान भटकाने की कोशिश हो रही है. राहुल ने कहा “देश के सभी वर्गों को यह महसूस करना चाहिए कि बातचीत की प्रक्रिया में निष्पक्षता है. लेकिन, ये सभी ध्यान भटकाने वाले हैं. असली मुद्दा मूल्य वृद्धि, बेरोजगारी और असमानता है. भाजपा वास्तव में इन पर चर्चा नहीं कर सकती है, इसलिए उन्हें करना होगा.”

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