अफगानिस्तान (Afghanistan) पर तालिबान (Taliban) के कब्जे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) अपने आवास पर कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी की बैठक की. कमेटी की बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला सहित कई वरिष्ठ मंत्री और अधिकारी शामिल हुए.

सभी भारतीय नागरिकों की सुरक्षित निकाला जाये: पीएम मोदी

सरकारी सूत्रों के हवाले से यह जानकारी मिल रही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अधिकारियों को अफगानिस्तान से सभी भारतीय नागरिकों की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित करने को कहा है. पीए मोदी ने सीसीएस की बैठक में अधिकारियों से अफगानिस्तान से भारत आने के इच्छुक सिख, हिंदू अल्पसंख्यकों को शरण देने के लिए भी कहा. साथ ही पीएम मोदी ने अधिकारियों को भारत से मदद की उम्मीद कर रहे अफगान नागरिकों को हर संभव सहायता प्रदान करने का निर्देश भी दिया है.

अफगानिस्तान में भारतीय राजदूत रुद्रेंद्र टंडन जो काबुल से वापस आये हैं ने वहां की स्थिति के बारे में सीसीएस को ब्रीफ किया. भारत ने अफगानिस्तान में अपने दूतावास को बंद करने का आदेश सोमवार को दिया और भारतीय राजदूत को वापस बुला लिया.


150 लोगों को आज सुरक्षित भारत लाया गया

भारत ने अफगानिस्तान में फंसे अपने नागरिकों को निकालने के लिए भारतीय वायु सेना का एक सी-17 ग्लोबमास्टर विमान 150 लोगों को लेकर पहले गुजरात के जामनगर पहुंचा और उसके बाद वहां से वह हिंडन एयरबेस पर उतरा. इस विमान में राजनयिक, अधिकारी, सुरक्षा कर्मियों और कुछ फंसे हुए भारतीयों सहित लगभग 150 लोग हैं जो सुरक्षित भारत पहुंच गये हैं.

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चीन ने तालिबान के साथ दोस्ताना संबंध बनाने की बात कही

तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद चीन ने उसके साथ दोस्ताना संबंध बनाने की बात कही है. उसने कहा है कि अफगानिस्तान अब ज्यादा सुरक्षित हो गया है. पाकिस्तान पहले से ही तालिबानी शासन का समर्थक रहा है और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे का खुले दिल से स्वागत किया है. चीन की हरकतें काफी समय से भारतीयों के खिलाफ रही हैं और अब वह तालिबान के साथ मिलकर भारत के लिए चुनौती बन सकता है, यही वजह है कि भारत सरकार स्थिति की समीक्षा कर रही है.

Posted By : Rajneesh Anand