India-Russia Relations: भारत और रूस की दोस्ती बहुत पुरानी है. दोनों देश एक दूसरे के साथ हमेशा खड़े रहते हैं. इस बीच, भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर मॉस्को पहुंचे और यहां उन्होंने कहा कि रूस हमारा एक मूल्यवान साझेदार है, यही नहीं यह देश समय की कसौटी पर परखा हुआ साझेदार है. इधर, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किया है. बैठक के दौरान, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि हमारा व्यापार लगातार दूसरे वर्ष और आत्मविश्वासपूर्ण गति से अग्रसर है. इस वर्ष, विकास दर पिछले वर्ष की तुलना से भी अधिक थी. हम उच्च तकनीक क्षेत्रों में एक साथ काम कर रहे हैं. आगे उन्होंने कहा कि यह अच्छी बात है कि दुनिया में मौजूदा उथल-पुथल के बावजूद, भारत के साथ हमारे रिश्ते लगातार आगे बढ़ रहे हैं. आपको बता दें कि भारत और चीन दोनों ही ऐसी बड़ी शक्तियां हैं, जो यूक्रेन पर आक्रमण को लेकर खुलकर रूस की आलोचना करने से बचते रहे है.


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पीएम मोदी को मिला न्योता

भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रूस के राष्ट्रपति भवन ‘क्रेमलिन’ में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की. पुतिन ने जयशंकर से कहा कि हमें अपने मित्र प्रधानमंत्री मोदी को रूस में देखकर खुशी होगी. बैठक के दौरान विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी अगले साल रूस की यात्रा के लिए उत्सुक हैं. मुझे यकीन है कि हम एक ऐसी तारीख ढूंढ लेंगे जो दोनों देशों के राजनीतिक कैलेंडर के लिए पारस्परिक रूप से ठीक हो. रूस की पांच दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर पहुंचे जयशंकर ने इससे पहले अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव से बातचीत की. लावरोव के साथ अपनी बातचीत के बाद उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया और कहा कि उन्हें विश्वास है कि पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन अगले साल वार्षिक शिखर सम्मेलन में मिलेंगे.

पीएम मोदी ने एक पर्सनल मैसेज भेजा

एस जयशंकर ने साथ ही कहा कि दुनिया के दोनों बड़े नेता लगातार संपर्क में रहे हैं. सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर उन्होंने लिखा कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात हुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से उन्हें शुभकामनाएं दी और एक पर्सनल मैसेज भेजा. राष्ट्रपति पुतिन को उप प्रधानमंत्री डेनिस मंतुरोव और विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ मेरी चर्चा के बारे में जानकारी दी. दोनों देशों के संबंधों को आगे बढ़ाने पर उनके मार्गदर्शन की सराहना की.

व्लादिमीर पुतिन ने जयशंकर के साथ मुलाकात के दौरान यह भी कहा कि रूस और भारत के बीच व्यापार बढ़ रहा है, खासकर कच्चे तेल और उच्च प्रौद्योगिकी क्षेत्रों की वजह से. हमारा व्यापार लगातार दूसरे साल स्थिर गति से बढ़ रहा है. इस साल विकास दर पिछले साल से भी अधिक है.