पीएम नरेंद्र मोदी ने शनिवार को गांधीनगर के पंडित दीनदयाल पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी के आठवें दीक्षांत समारोह का संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने सोलर पैनल मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट का भी उद्घाटन किया. दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने छात्रों को शुभकामनाएं दी. कोरोना वायरस संकट का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने बताया कोविड-19 के कारण दुनियाभर के एनर्जी सेक्टर में बदलाव हो रहे हैं. जबकि, भारत में एनर्जी सेक्टर में ग्रोथ की असीम संभावनाएं हैं.


Also Read: सावधान: कोरोना को हल्के में लेना जेब पर पड़ेगा भारी, आज से दिल्ली में दो हजार का जुर्माना तय
कार्बन फुटप्रिंट में 30-35 फीसदी कटौती- पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा भारत कार्बन उत्सर्जन को 30 से 35 प्रतिशत कम करने की कोशिश कर रहा है. हम ऊर्जा जरूरतों में प्राकृतिक गैसों की भागीदारी चार गुणा बढ़ाएंगे. यह आने वाले वक्त में युवाओं को रोजगार मुहैया कराएगा. एनर्जी सेक्टर के स्टार्ट-अप को भी मदद मिलेगी. पीएम मोदी ने कहा समस्या से ज्यादा महत्वपूर्ण उद्देश्य होता है. जो चुनौतियों को स्वीकार करता है, हराता है, वो जीवन में सफल होता है.


साफ नीयत से विकास, जिम्मेदारी का भाव जरूरी

पीएम नरेंद्र मोदी ने छात्रों को समस्याओं (Problems) से ज्यादा Purpose, Preference और Plan पर ध्यान देने की नसीहत दी. उन्होंने बताया कि जिम्मेदारी का भाव मौके में तब्दील होता है. कुछ लोगों के मन में कुछ नहीं बदलने की लकीर बैठी है. हमें उसे मिटाना होगा. पीएम नरेंद्र मोदी ने गति और प्रगति को बदलते वक्त के लिए सबसे ज्यादा जरूरी बताया. उन्होंने कहा कि साफ नीयत से ही विकास संभव है.


Also Read: दिल्ली में ‘सांस लेना मना है’, AQI ‘खराब श्रेणी’ में बरकरार, 48 घंटे तक ही राहत के आसार
21वीं सदी की दुनिया को भारत से आशा और अपेक्षा

पीएम मोदी ने जिक्र किया कि 21वीं सदी की दुनिया की आशाएं और अपेक्षाएं भारत से है. दुनिया की आशा और अपेक्षा भारत और आपसे जुड़ी है. हमें तेज गति से चलना होगा और आगे बढ़ना होगा. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पंडित दीनदयाल यूनिवर्सिटी से पास होने वाले छात्र देश को नई ताकत देंगे. दीक्षांत समारोह में यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष और रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी, गुजरात के सीएम विजय रूपाणी भी मौजूद थे.

Posted: Abhishek.