PM Modi In Kochi : भारत को समुद्री हब बनाने की ओर अग्रसर केंद्र सरकार ने आज कोच्चि से कई सौगात देश को दिया है. दक्षिण एशिया की सबसे बड़ी जहाज निर्माण और जहाज मरम्मत सुविधा देने की कोशिश में मोदी सरकार ने आज चार हजार करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन किया है. कोच्चि के कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड ISRF, विलिंग्डन द्वीप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ये परियोजना देश को सौंपा. आइए जानते है कि इन परियोजनाओं का क्या लाभ होने वाला है.

अंतर्राष्ट्रीय जहाज मरम्मत सुविधा (ISRF) परियोजना के लाभ

  • कोच्चि भारत का समुद्री केंद्र बनेगा

  • आईएसआरएफ कोलंबो, दुबई, सिंगापुर और बहरीन के बराबर एक प्रमुख जहाज मरम्मत केंद्र के रूप में उभरेगा

  • सहायक उद्योगों के विकास को बढ़ावा मिलेगा

  • 2,000 से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान करें

  • अंतर्राष्ट्रीय जहाज मरम्मत ऑर्डर प्राप्त करें और विदेशी राजस्व में वृद्धि करें

  • पूरे क्षेत्र की आर्थिक उन्नति को आकार देना

इंडियन ऑयल का एलपीजी आयात टर्मिनल परियोजना के लाभ

  • केरल और तमिलनाडु में बॉटलिंग संयंत्रों के लिए एलपीजी वितरण सुनिश्चित करें

  • एलपीजी भंडारण क्षमता 15,400 मीट्रिक टन

  • प्रति वर्ष 19,800 मानव दिवस रोजगार सृजित करें

  • प्रति वर्ष 150 करोड़ रुपये की लॉजिस्टिक बचत

  • प्रति वर्ष 18,000 टन CO² उत्सर्जन कम करें

दुनिया की पहली सीढ़ीदार सूखी डौक परियोजना के लाभ

  • कोच्चि सभी प्रकार के जहाजों की मरम्मत आवश्यकताओं के लिए वन स्टॉप सेंटर होगा

  • विमान वाहक, स्वेज मैक्स जहाज, एलएनजी वाहक, बड़े ड्रेजर आदि जैसे बड़े जहाजों को संभालना

  • जहाज निर्माण और सहायक उद्योगों में रोजगार के अवसर पैदा करना

  • विश्व स्तरीय प्रौद्योगिकी को अपनाकर जहाज निर्माण में कौशल को बढ़ावा देना