लोकसभा में बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरे फॉर्म में नजर आये. उन्होंने कृषि कानून और किसान आंदोलन पर कांग्रेस के साथ-साथ पूरी विपक्षी दल हो निशाने पर लिया. पीएम मोदी ने कृषि कानून को कृषि सुधार के लिए जरूरी बताया, तो किसान आंदोलन में हिंसा से नाराज भी दिखे. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस नेता अधिर रंजन चौधरी को बार-बार टोकाटाकी के लिए लताड़ भी लगायी.

दरअसल पीएम मोदी जब कृषि कानून पर बोले रहे थे उस समय कांग्रेस के सांसदों ने काला कानून वापस लो, वापस लो के नारे लगाये. कांग्रेस सांसदों के हंगामे के कारण पीएम मोदी को कई बार अपना भाषण बीच में ही रोकना पड़ा.

कांग्रेस सदस्यों के हंगामे को पार्टी की सोची-समझी रणनीति का हिस्सा बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, संसद में ये हो-हल्ला, ये आवाज, ये रुकावटें डालने का प्रयास, एक सोची समझी रणनीति के तहत हो रहा है. रणनीति ये है कि जो झूठ, अफवाहें फैलाई गई हैं, उसका पर्दाफाश हो जाएगा. सत्य वहां पहुंच जाएगा तो उनका टिकना भारी हो जाएगा. इसलिए हो-हल्ला मचाने का खेल चल रहा है. लेकिन इससे कभी भी आप लोगों का विश्वास नहीं जीत पाओगे… मान कर चलो. मोदी ने उनसे कहा, आपकी बात जहां दर्ज होनी थी, वह हो गई है. अब आप सुनिए.

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इस पर कांग्रेस सांसद अधिर रंजन चौधरी अपनी सीट पर खड़े हो गये और बोलने लगे. मोदी ने पहले तो हंसते हुए उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन उसपर भी अधिर रंजन नहीं माने तो मोदी ने उनसे गुस्से में कहा, दादा अब ज्यादा हो रहा है. बंगाल में आपको टीएमसी से ज्यादा पब्लिसिटी मिल जाएगी. अधीर रंजन जी प्लीज. हम इतना आदर करते हैं आपकी. हद से ज्यादा क्यों कर रहे हैं आप?

इसके बाद पीएम मोदी ने कांग्रेस को अपने निशाने पर लिया और उसे कन्फ्यूज पार्टी बता दिया. जिसपर कांग्रेस सांसद सदन से वॉक आउट कर गये.

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लोकसभा में पीएम मोदी ने कृषि कानून पर चर्चा करते हुए कहा, कोरोना काल में लाए गए तीन कृषि कानून कृषि सुधार के लिए आवश्यक और महत्वपूर्ण हैं. उन्होंने कहा, मैं पूछना चाहता हूं पहले जो व्यवस्थाएं थी, उनमें से कुछ भी इस नए कानून ने छीन लिया है क्या? कोई जवाब नहीं देता. नये कानून किसी प्रकार का बंधन पैदा नहीं करता बल्कि विकल्प देता है.

उन्होंने कहा कि इन कानूनों में पुरानी मंडियों के ऊपर भी कोई पाबंदी नहीं है. उन्होंने कहा, इतना ही नहीं, मंडियों को आधुनिक बनाने और अवसंरचना को सुधारने के लिए इस बार बजट की भी व्यवस्था की गई है. यह जो हमारे निर्णय है, वह सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय की भावना के साथ लिए गए हैं.

Posted By – Arbind kumar mishra