‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
Parliament Winter Session : अदाणी समूह के खिलाफ अमेरिका के रिश्वतखोरी के आरोपों के मुद्दे पर चर्चा की मांग खारिज किए जाने के बाद सोमवार को राज्यसभा में विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया. इसके बाद कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई. सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने के बाद भी हंगामा जारी रहा. इसके बाद कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई.
इधर, वर्तमान लोकसभा के सदस्य रहे वसंत राव चव्हाण और नूरुल इस्लाम तथा कुछ अन्य दिवंगत पूर्व सदस्यों को श्रद्धांजलि देने के बाद लोकसभा की बैठक दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. इसके बाद कार्यवाही 27 नवंबर तक के लिए स्थगित कर दी गई.
पीएम मोदी ने कहा- जनता से नकारे गए लोग चर्चा नहीं होने देना चाहते
सत्र शुरू होने से पहले पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा,”यह संसद सत्र कई प्रकार से विशेष है. शीतकालीन सत्र में माहौल शीत रहेगा.” उन्होंने कहा,” 2024 का अंतिम चरण चल रहा है और देश 2025 की तैयारी कर रहा है. संसद का यह सत्र कई मायनों में खास है और सबसे महत्वपूर्ण बात संविधान के 75वें वर्ष की शुरुआत है. मंगलवार को संविधान सदन में सभी लोग हमारे संविधान की 75वीं वर्षगांठ का जश्न मनाएंगे.” विपक्ष पर हमला करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ”उन्हें अपने दायित्यों की परवाह नहीं है. जनता से नकारे गए लोग चर्चा नहीं होने देना चाहते. कुछ लोग जिन्हें जनता ने नकार दिया है, वे लगातार मुट्ठीभर लोगों संसद को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं. नए सांसद नए विचार, नई ऊर्जा लेकर आते हैं और वे किसी एक पार्टी के नहीं, बल्कि सभी पार्टियों के होते हैं. कुछ लोग उनके अधिकारों का हनन करते हैं. उन्हें सदन में बोलने का मौका भी नहीं मिलता, लेकिन जिन्हें जनता ने लगातार 80-90 बार नकार दिया है, वे संसद में चर्चा नहीं होने देते. वे न तो लोकतंत्र की भावना का सम्मान करते हैं और न ही वे लोगों की आकांक्षाओं के महत्व को समझते हैं.”