संसद की सुरक्षा में चूक मामले में एक ओर जांच चल रही है, तो दूसरी ओर इसपर राजनीति भी तेजी से हो रही है. कांग्रेस सहित सभी विपक्षी पार्टियां सरकार पर लगातार हमला कर रही हैं, तो दूसरी ओर बीजेपी ने भी विपक्षी पार्टियों पर जमकर पलटवार किया है. बीजेपी ने सुरक्षा चूक मामले के मास्टरमाइंड ललित झा के साथ तृणमूल कांग्रेस के एक विधायक की तस्वीर दिखाकर हमला किया है.

बीजेपी ने मास्टरमाइंड ललित झा के साथ टीएमसी विधायक की तस्वीर दिखाकर बोला हमला

बीजेपी ने संसद की सुरक्षा में चूक मामले के मास्टरमाइंड ललित झा के साथ टीएमसी विधायक की एक तस्वीर जारी की है. जिसके बाद राजनीति गर्म हो गई है. तस्वीर में ललित झा के साथ टीएमसी विधायक तापस रॉय दिख रहे हैं. बीजेपी सांसद लॉकेट चटर्जी ने कहा, संसद की सुरक्षा में चूक वाले मामले में इंडिया गठबंधन के नेता हल्ला कर रहे हैं. उन्होंने सवाल उठाया कि अगर देश के सांसद सुरक्षित नहीं हैं, तो देश की आम जनता का क्या होगा. तस्वीर दिखाते हुए लॉकेट चटर्जी ने कहा, संसद की सुरक्षा चूक मामले का मास्टरमाइंड ललित झा था और पुलिस उसकी तलाश कर रही है. जांच चल रही है. ललित झा बुधवार से लापता हैं, उनके पास सभी का फोन था. तस्वीर दिखाते हुए लॉकेट ने कहा, टीएमसी सांसद ललित झा के साथ दिख रहे हैं. बहुत दुख की बात है. मास्टरमाइंड के साथ तापस रॉय दिख रहे हैं. वहीं बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष डॉ सुकांत मजूमदार ने भी सोशल साइट एक्स पर टीएमसी विधायक तापस रॉय के साथ ललित झा की तस्वीर शेयर की और जमकर हमला बोला.

संसद की सुरक्षा में चूक मामले के मास्टरमाइंड के साथ टीएमसी विधायक की मिलीभगत: डॉ सुकांत मजूमदार

बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष डॉ सुकांत मजूमदार ने तस्वीर शेयर करने के साथ लिखा, हमारे लोकतंत्र के मंदिर पर हमले का मास्टरमाइंड ललित झा लंबे समय से टीएमसी के तापस रॉय के साथ घनिष्ठ संबंध में था. क्या नेता की मिलीभगत की जांच के लिए यह सबूत पर्याप्त नहीं है?


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चारों आरोपियों को 7 दिन की रिमांड

संसद की सुरक्षा में चूक मामले में गिरफ्तार सभी चार आरोपियों को पटियाला आउस कोर्ट ने 7 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया है. आरोपियों को गुरुवार को कोर्ट में पेश किया गया. जहां पुलिस ने कोर्ट से 15 दिनों की हिरासत की मांग की थी. लेकिन कोर्ट ने 7 दिनों की रिमांड पर भेजने का फैसला लिया. हालांकि कोर्ट ने साफ कर दिया है कि अगर जरूरत पड़ी तो आरोपियों की रिमांड बढ़ाई जाएगी. आरोपियों पर आतंवाद का आरोप लगाया गया है. कोर्ट में बताया गया कि आरोपियों ने डर और भय का माहौल बनाने की कोशिश की थी.

क्या है मामला

गौरतलब है कि संसद पर 2001 में किए गए आतंकी हमले की बरसी के दिन बुधवार को, सुरक्षा में सेंधमारी की बड़ी घटना उस वक्त सामने आई जब लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दर्शक दीर्घा से दो लोग सदन के भीतर कूद गए और ‘केन’ के जरिये रंगीन धुआं फैला दिया। घटना के तत्काल बाद दोनों को पकड़ लिया गया. इस घटना के कुछ देर बाद ही पीले और लाल रंग का धुआं छोड़ने वाली ‘केन’ लेकर संसद भवन के बाहर प्रदर्शन करने वाले एक पुरुष और एक महिला को गिरफ्तार किया गया. सदन में कूदने वाले दोनों व्यक्तियों की पहचान सागर शर्मा और मनोरंजन डी. के रूप में हुई है. संसद भवन के बाहर से गिरफ्तार किए गए दो लोगों की पहचान हरियाणा के जींद जिले के गांव घासो खुर्द की निवासी नीलम (42) और लातूर (महाराष्ट्र) के निवासी अमोल शिंदे (25) के रूप में हुई है.