‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
Maharashtra Politics : महाराष्ट्र की राजनीति में इन दिनों बयानों का दौर जारी है. खासकर एनसीपी और उद्धव ठाकरे ग्रुप के बीच बयानबाजी देखने को मिल रही है. ताजा घटनाक्रम में संसद संजय राउत का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि कौन मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहेगा? और अजीत पवार की बात करें तो उनमें मुख्यमंत्री बनने की क्षमता है. वह इतने सालों से राजनीति में हैं और कई बार मंत्री के पद पर भी काबिज रह चुके हैं.
सबसे ज्यादा डिप्टी सीएम के रूप में काम करने का रिकॉर्ड
आगे संजय राउत ने कहा कि अजीत पवार के पास सबसे ज्यादा डिप्टी सीएम के रूप में काम करने का रिकॉर्ड है. हर किसी की चाहत होती है कि वह कम से कम एक बाद मुख्यमंत्री बने. उन्होंने कहा कि अजीत पवार ने पहली बार यह इच्छा व्यक्त नहीं की है. इसलिए उन्हें मेरी ओर से शुभकामनाएं… यहां चर्चा कर दें कि अजीत पवार के भाजपा-शिंदे सेना को समर्थन देने की अटकलें पिछले हफ्ते जोरों पर थीं, लेकिन एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने स्थिति को संभाला. इसके बाद अजीत पवार ने भी कहा कि वह केवल एनसीपी के लिए काम करेंगे जब तक वह जिंदा हैं.
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अजीत पवार ने क्या कहा
यहां चर्चा कर दें कि साल 2019 में अजीत पवार ने भाजपा का समर्थन किया था और देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री होने के साथ उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी. शुक्रवार को अजीत पवार ने कहा कि एनसीपी को मुख्यमंत्री पद के लिए दावा करने के लिए अगले वर्ष के चुनाव की प्रतीक्षा करने की जरूरत नहीं है. यह किसी भी समय तैयार है. उन्होंने कहा कि वर्ष 2004 में, एनसीपी के पास कांग्रेस की तुलना में अधिक सीटें थीं और मुख्यमंत्री का पद एनसीपी के पास जाना तय था, लेकिन पार्टी को उपमुख्यमंत्री का पद मिला.