कांग्रेस के सीनियर नेता जयराम रमेश ने ओडिशा रेल हादसे को लेकर सरकार पर हमला तेज कर दिया हैं. हमला करते हुए उन्होंने कहा कि, बालासोर ट्रेन दुर्घटना के बाद फैलाई गई ‘तोड़फोड़ की थ्योरी’ ‘जवाबदेही से बचने’ के लिए थी. जयराम रमेश ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट पर एक पसत जारी करते हुए लिखा कि, यह स्पष्ट है कि प्रधान मंत्री और रेल मंत्री द्वारा पेश किया गया तोड़फोड़ का सिद्धांत जवाबदेही से बचने और सुर्खियों का प्रबंधन करने के लिए है। रेल सुरक्षा आयुक्त ने निष्कर्ष निकाला है कि रेल सुरक्षा से संबंधित प्रक्रियाओं और प्रणालियों में गंभीर कमियों के कारण बालासोर ट्रेन दुर्घटना हुई. लेकिन कौन सुन रहा है? वंदे भारत ट्रेनों का उद्घाटन जारी. मोदी सरकार की गलत प्राथमिकताओं के कारण हुई भीषण त्रासदी.


मीडिया रिपोर्ट में डिटेल में बताया गया

जैसा कि एक मीडिया रिपोर्ट में डिटेल में बताया गया है, ट्रिपल ट्रेन टक्कर के पीछे के कारणों की जांच के मुख्य निष्कर्ष, जिसके कारण लगभग 300 लोगों की जान चली गई और 100 से अधिक घायल हो गए हैं; लोकेशन बॉक्स में वायरिंग में एक अज्ञात खराबी जिस पर पिछले पांच वर्षों में सिग्नल और टेलीकॉम (एस एंड टी) कर्मचारियों द्वारा ध्यान नहीं दिया गया था. विफलता का पहला स्तर सर्किट की गलत लेबलिंग में था और दूसरा स्तर यह जांचने में असफल होना था कि सर्किट काम कर रहे हैं या नहीं.

दुर्घटना में कम से कम 293 लोगों की मौत

2 जून को बालासोर में बहनागा बाजार स्टेशन के पास लूप लाइन पर चेन्नई जाने वाली कोरोमंडल एक्सप्रेस के लौह अयस्क से भरी मालगाड़ी से टकराने के बाद हुई दुर्घटना में कम से कम 293 लोगों की मौत हो गई. दुर्घटना के बाद के दिनों में, रेलवे ने भारतीय रेलवे के सिग्नलिंग तंत्र के तंत्रिका-केंद्र, इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम के साथ तोड़फोड़ और संभावित छेड़छाड़ की संभावना के बारे में बात की थी.