Nirmala Sitharaman: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को कहा कि प्रत्येक राज्य को भारत के 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को हासिल करने में योगदान देना चाहिए. वित्त मंत्री स्पष्ट रूप से तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव द्वारा रविवार को दिए गए बयानों का जिक्र कर रहे थे, जिन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था हासिल करने के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को “मजाक” और “मूर्खतापूर्ण” बताया.

आप कैसे कह सकते हैं कि 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था का लक्ष्य एक मजाक है?

निर्मला सीतारमण ने पलटवार करते हुए कहा है कि “आप कैसे कह सकते हैं कि 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था का लक्ष्य एक मजाक है? हर राज्य को इसमें योगदान देना चाहिए. आप किस पर हंस रहे हैं? 2014 में तेलंगाना का कर्ज 60,000 करोड़ रुपये था, लेकिन पिछले 7-8 वर्षों में यह 3 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया है. उन्होंने आगे कहा, ‘जब केंद्र ने मेडिकल कॉलेजों के लिए स्थानों की सूची मांगी, तो राज्य (तेलंगाना) ने करीमनगर और खम्मम को सूचीबद्ध किया. लेकिन उन स्थानों पर पहले से ही मेडिकल कॉलेज थे.’

‘राज्य सरकार के पास तेलंगाना में उन स्थानों का डेटा नहीं जहां मेडिकल कॉलेज हैं’

उन्होंने आगे दावा किया कि राज्य सरकार के पास तेलंगाना में उन स्थानों का डेटा नहीं है जहां मेडिकल कॉलेज हैं. आगे उन्होंने कहा कि अब आप कह रहे हैं कि आपको केंद्र से 157 मेडिकल कॉलेजों में एक भी मेडिकल कॉलेज नहीं मिला है. आपके पास तेलंगाना में उन जगहों का डेटा नहीं है जहां मेडिकल कॉलेज हैं और आप एनडीए पर कोई डेटा उपलब्ध नहीं होने का आरोप लगा रहे हैं. केसीआर द्वारा पीएम मोदी पर निशाना साधे जाने के कुछ दिनों बाद यह बयान आया कि पूरे देश को उम्मीद थी कि पीएम संसद में अडानी के मुद्दे पर कुछ बोलेंगे और निराश हुए.

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वहीं, केसीआर ने पहले हमला करते हुए कहा कि 2023-24 तक, मोदी ने कहा कि भारत 5 ट्रिलियन अमरीकी डालर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा. वह 5 ट्रिलियन (अर्थव्यवस्था) अपने आप में एक मजाक है. कम से कम हमारा उद्देश्य बड़ा होना चाहिए. हमें सपने देखने की हिम्मत करनी चाहिए. वह 5 ट्रिलियन अपने आप में बहुत कम है, जिसमें से केवल 3.5 ट्रिलियन अमरीकी डालर ही हासिल किया गया था. उन्होंने एक अंतरराष्ट्रीय पत्रिका के एक लेख का भी हवाला दिया और कहा कि कांग्रेस के शासन के दौरान “लाइसेंस राज” था जबकि वर्तमान सरकार में “शांति राज” था.