‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
महाराष्ट्र में पिछले कुछ दिनों से चल रहे सियासी उथल-पुथल ने अब एक नया करवट लिया है, दरअसल एनसीपी प्रमुख शरद पवार के इस्तीफे के बाद से पवार के समर्थक काफी निराश थे, आज नए एनसीपी चीफ के लिए गठित कमिटी ने पवार का इस्तीफा नामंजूर कर दिया है और उनसे अध्यक्ष पद पर बने रहने का आग्रह किया है.
देश और पार्टी को इस घड़ी में उनकी ज़रूरत- पटेल
नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने कहा, “शरद पवार जी ने दो मई को अचानक अपने इस्तीफ़े की घोषणा कर दी. उन्होंने आगे की कार्रवाई और नया अध्यक्ष चुनने के लिए पार्टी नेताओं की एक कमेटी गठित की, आज हमने इस कमेटी की मीटिंग की. कई नेताओं ने पवार साहेब से मुलाकात की जिसमें मैं भी शामिल था. हमने उनसे बार-बार ये आग्रह किया कि वे अपने निर्णय पर पुनर्विचार करें क्योंकि देश और पार्टी को इस घड़ी में उनकी ज़रूरत है.”
कार्यकर्ताओं और नेताओं की मांगों को मद्देनज़र साहेब का इस्तीफा नामंजूर किया- पटेल
उन्होंने कहा, “न केवल एनसीपी के नेताओं ने बल्कि दूसरी पार्टियों के महत्वपूर्ण शख्सियतों ने भी उनसे पार्टी अध्यक्ष बने रहने का आग्रह किया है. पवार साहेब ने ये फ़ैसला बिना हमें बताए लिया है, पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं और नेताओं की मांगों को मद्देनज़र रखते हुए हमने आज बैठक की और सर्व सम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया. कमेटी ने आम सहमति से उनका इस्तीफ़ा अस्वीकार कर दिया है. हम उनसे पार्टी का अध्यक्ष बने रहने का आग्रह करते हैं.”